आजकल यूपीएसी की परीक्षा देना और देने के बारे में सोचना ही बहुत बड़ी बात है। और ये परीक्षा वाकई में बहुत कठिन होती है। और हर साल कई प्रतिभागी इस परीक्षा में भाग लेते है। और कुछ ही प्रतिभागी सफलता हासिल कर पाते है। इस सफलता में अगर संघर्ष का रंग न हो तो वो सफलता का आनंद भी नहीं आता है। इसलिए हमे जीवन में सफलता पानी है तो, संघर्ष तो करना ज़रूरी होता ही है। और कुछ संघर्ष की कहानियां ऐसी होती है, जो आपको जीवन का असली मतलब सीखाती है। आज की कहानी है एक मोटर मैकेनिक के बेटे विशाल के आईएएस अफसर बनने की। बात ये नहीं की आप कितने अमीर है, बात होती है कि आप कितने संसाधनों के न होते हुए भी आप कितना संघर्ष और कितना परिश्रम करते हो। ये बात देखने वाली होती है।
मध्य प्रदेश से है विशाल
बता दे कि विशाल मध्य प्रदेश के एक छोटे से शहर गुना की रहने वाल है। और विशाल के मन में शुरू से ही आईएएस अफसर बनने का सपना पल रहा था। और उनके पिता एक साधारण से मोटर मैकेनिक का काम करते थे, तो घर में कुछ परेशानियां भी थी। और ऐसे में कम संसाधनों के चलते यूपीएसी की तैयारी बहुत ही बड़ी बात होती है। और विशाल ने भी एक साधारण परिवार से होते हुए यूपीएसी पास करके सफलता की नई इबारत लिखी है।
इसे भी अवश्य पढ़े:-लोगो के तानो से हो गयी थी परेशान, जान लेने की कोशिश भी की, लेकिन हिम्मत बटोरकर संभाला खुद को, बन गयी देश की सबसे कम उम
हासिल की 39वी रैंक
बता दे कि, मध्य प्रदेश के गुना में जन्मे विशाल ने बहुत मेहनत से यूपीएसी की तैयारी की थी। और उन्होंने उसमे सफलता भी हासिल की है। और न सिर्फ परीक्षा पास की, बल्कि इसमें 39 वी रैंक भी हासिल की है। और अपने परिवार का ही नहीं बल्कि पुरे शहर का नाम भी रोशन किया है। और ये वाकई बहुत समझने वाली बात है कि, एक साधारण से परिवार का व्यक्ति इस तरह से कोई असाधारण काम कर सके। और क्योकि भले ही संसाधन कम हो या पैसा कम हो, अगर मेहनत में पुरे मन से कार्य किया जाये, तो सफलता मिलने से कोई नहीं रोक सकता है। और यही बात को साबित करके दिखाया है विशाल ने। और वो आज हर युवा के लिए एक प्रेरणा स्वरुप है।
इसे भी अवश्य पढ़े:-उम्र है सिर्फ दो साल, लेकिन दिमाग किसी कंप्यूटर से भी तेज़ है इस बच्चे का, सवाल से पहले ही दे देता है जवाब , देखकर आप भी…
ऐसे ही दिलचस्प किस्से जानने के लिए जुड़े रहिये समाचार बडी के साथ, और हमारे फेसबुक पेज को फॉलो करना न भूले