रणजी ट्रॉफी में शतक जीतने के बाद खेल मंत्री जी का दिखा ये रोमांटिक अंदाज़, प्रेम पत्र लहराकर ज़ाहिर किया इश्क़

आपने प्रेम कहानियो के बारे में सुना होगा, लेकिन कुछ कहानियां काफी दिलचस्प होती है। और कुछ की बात ही कुछ ओर होती है। बहुत ही कम ऐसा होता है कि, विवाह बंधनो में सालो के बाद भी अपने प्यार को जताते है। और आज की कहानी है, पश्चिम बंगाल के खेल मंत्री मनोज तिवारी जी की , जिन्होंने कुछ इस तरह से अपने प्यार का इज़हार कुछ ऐसी किया, कि वो एक वायरल न्यूज़ ही बन गया। दरअसल उन्होंने रणजी ट्रॉफी में शतक जीतने के बाद स्टैडियम में ही एक प्रेम पत्र दिखाकर अपने परिवार के लिए प्यार का इज़हार किया था। और उसके बाद उनकी ये तसवर वायरल हो गयी है। आईये जानते है इस दिलचस्प किस्से के बारे में।

काफी रोमांचक है मनोज तिवारी की प्रेम कहानी
काफी रोमांचक है मनोज तिवारी की प्रेम कहानी

साल 2006 में शुरू हुई थी प्रेम कहानी

साल 2006 में पश्चिम बंगाल के खेल मंत्री मनोज तिवारी जी की ये प्रेम कहानी की शुरुआत साल 2006 में हुई थी। और करीब 6 साल डेट करने के बाद उन्होंने साल 2013 में शादी कर ली थी। जून के समय पर ये दोनों शादी के बंधन में बांध गए थे। और सबसे खास बात तो ये है कि, उन्होंने आज भी अपने प्यार का इज़हार किया है वो भी एक प्रेम पत्र के माध्यम से। और यही नहीं उन्होंने अपनी पत्नी क आलावा अपने बच्चो के लिए भी प्रेम प्रकट किया है।

मनोज तिवारी जी की प्रेम कहानी बहुत रोमांचक है।
मनोज तिवारी जी की प्रेम कहानी बहुत रोमांचक है।

काफी रोमांचक है मनोज तिवारी की प्रेम कहानी

सबसे खास बात तो ये है कि, मनोज तिवारी जी की प्रेम कहानी बहुत रोमांचक है। क्योकि इन दोनों की मुलाकत शादी से करीब 6 साल पहले हुई थी। और उसके कुछ साल तक दोनों ही एक रिश्ते मे रहे थे। और करीबियां बढ़ गयी थी। और फिर रिश्ते में रहने के करीब 6 साल के बाद दोनों ने शादी कर ली थी। और आज मनोज जी के भी दो बच्चे है। और वे अपने इस परिवार के साथ खुशहाल रह रहे है।

जताया अपना प्रेम, प्रेम पत्र के द्वारा
जताया अपना प्रेम, प्रेम पत्र के द्वारा

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जताया अपना प्रेम, प्रेम पत्र के द्वारा

पश्चिम बंगाल के ये खेल मंत्री manoj tiwari जी ने रणजी ट्रॉफी में शतक जीतने के बाद एक प्रेम पत्र अपनी जेब से निकाला। और अपना प्रेम अपने बच्चो के प्रति ज़ाहिर किया। और उन्होंने सुंदर से पत्र में लिखा था, मेरा प्यार सुष्मिता, और साथ ही उन्होंने प्यार के साथ अपने दोनों बच्चो के भी नाम लिखे थे।

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