आजकल के युवा में से बहुत ही कम ऐसे होते है, जो खेती करके अपनी एक नई पहचान बना रहे है। और आज हम जो कहानी आपके लिए लाये है, वो भी इसी से जुडी हुई है। जिसमे न सिर्फ खुद खेती की, बल्कि वो दूसरे युवाओ को भी खेती करने की प्रेरणा दे रहे है। क्योकि आजकल कृषि वैसे बहुत से युवा कर रहे है। लेकिन उसे पुरे तरिके से अपना नहीं रहे है। ये युवा मणिपुर के है। और सबने ही बहुत बार रोज़गार की तलाश की, लेकिन उन्हें रोज़गार नहीं मिल रहा था। जिसके कारण व उन्होंने ये ककड़ी और खीरे की खेती के बारे में सोचा था। और आज उन्हें बहुत अच्छी खासी कमाई हो रही है। और वे सृदृढ़ बन रहे है। बता दे कि ये युवा जिन्होंने ये ककड़ी और खीर की खेती की शुरुआत की है, वो मणिपुर के लीमपुर गाँव के है। और इन्होने भी कही पर नौकरी न मिलने वजह से खेती का बारे में सोचा था। और आज यही युवा बम्पर कमाई कर रहे है।
लॉक डाउन से बढ़ गयी है बेरोज़गारी
बता दे कि, कोरोना के समय में बेरोज़गारी ने अपने पांव बहुत पसार लिए है। और लॉक डाउन की वजह से हर व्यक्ति घर में बैठा हुआ था। और यहाँ ठीक की भुखमरी की स्थिति भी भी उतपन्न हुई थी। लेकिन इससे सबसे जयादा फर्क अगर कहीं पड़ा है, तो वो हुआ है, हमारी भारत की अर्थव्यस्था पर। CMIE सेण्टर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकॉनमी के अनुसार इस कोरोना काल में 16 लाख युवाओ ने अपनी नौकरी खो दी थी। ये वाकई ही बहुत चौंकाने वाली बात है।
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ककड़ी की खेती से कर रहे है बढिया कमाई
बता दे कि, मणिपुर के ये युवा किसानो ने इसी lokdown के समय पर ही ककड़ी और खीरे की खेती की शुरुआत की थी। और पुरे जोश से खुद को उस खेती में झोंक दिया था। जिसका परिणाम ये रहा कि, उन्हें अच्छी खासी कमाई हो रही है। और वे अच्छा मुनाफा भी कमा रहे है। और आधुनिक तरीको को अपनाकर खेती कर रहे है।
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