आज के इस नए युग में महिलाएं तरक्कियों को छू रही है। नई-नई ऊंचाइयों को छू रही है। कौन सा ऐसा काम है जो, महिलाएं नहीं कर सकती हैं। घर से लेकर खेल तक ,खेल से लेकर देश तक ,देश से लेकर पूरी दुनिया तक। आज लड़कियों ने अपने नाम का डंका बजा रही है। इन्होंने अपने नाम का ऐसा हुंकार भरा है कि, पूरी दुनिया देख रही है। आजकल लड़कों से भी ज्यादा लड़कियां नाम कमा रही हैं ।उनके पास जितने आईडिया और तौर तरीके हैं, उनसे वह अपने देश को ही नहीं चला रही हैं ,सिर्फ अपना घर नहीं बल्कि इस पूरे समाज को एक नया रूप दे रही है। जहां कभी औरतों को छोटा समझा जाता था ,उन्हें घर के अलावा कोई काम करने की इजाजत नहीं दी जाती थी। वहां आज लड़कियां विश्व भर में ,अपने देश का नाम रोशन कर रही है।आज हम एक ऐसी ही लड़की शोभा माथुर के बारे में बात करेंगे ,जिन्होंने अपने आत्मबल के कारण आज गोल्ड मेडल जीता है।
आखिर कौन है शोभा माथुर?
राजस्थान में रहनेवाली शोभा माथुर , जो रावतभाटा के एक सरकारी स्कूल में बतौर शिक्षक के पद पर कार्यरत हैं। किसी-किसी के जीवन में कुछ ऐसी घटना घट जाती है जिससे मनुष्य अपना आपा खो देता है। और वह डिप्रेशन में चला जाता है। शिक्षिका शोभा के साथ भी ऐसा ही हुआ है। 3 साल पहले उनके पति धर्मेन्द्र माथुर स्वर्ग सिधार गए जिसके बाद पति की मौत ने उन्हें गहरा सदमा पहुंचाया। और परिणामस्वरुप वह डिप्रेशन में चली गईं। लेकिन परिवार वालों के कारण ,उनके साथ के कारण ये डिप्रेशन से लड़ी और जीती भी। इन्होंने डिप्रेशन को हरा दिया और आज अपना नाम पावर लिफ्टिंग के जगत में रोशन किया है। जी हां दोस्तों यह खेलकूद के जगत में इन्होंने अपना नाम रोशन किया है। इन्होंने 220 किलो वजन, 50 की उम्र में भी इतना वेट उठाया। और गोल्ड मेडल अपने नाम किया।
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शोभा का गोल्ड मेडल जीतने तक का सफर
50 वर्षीय शिक्षिका शोभा माथुर के दो बच्चे हैं। कुछ समय पहले नेशनल मास्टर पुरुष-महिला क्लासिक पावर लिफ्टींग चैम्पियनशिप का आयोजन हुआ था। जिसमें कई प्रतिद्वंदियों को हराकर शोभा ने 290 किलो का भार उठाकर सिल्वर मेडल अपने नाम किया था। इतना ही नहीं साल 2021 में राज्यस्तरीय पावर लिफ्टींग का आयोजन किया गया था। इसमें उन्होंने पदक अपने नाम किया था। उसके बाद उन्होंने उदयपुर में 220 किलो का वजन उठाकर गोल्ड मेडल जीता। इतना ही नहीं शोभा ने साल 2022 में 257 किलो भार उठाकर स्वर्ण पदक जीता। उसके बाद फिर से उन्होंने 262.5ग्राम वजन उठाकर गोल्ड मेडल अपने नाम किया। इसी तरह उन्होंने कई गेम्स में गोल्ड और सिल्वर मेडल अपने नाम कर पूरे देश में अपना परचम लहराया है। आज यह भारत देश का नाम रोशन कर रही है ,लोगों को इन पर गर्व हो रहा है ।
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