जब पढ़ने की चाह हो तो रुकना क्या। जब आगे बढ़ना है तो झुकना क्या। उम्र की क्या कद्र करें? जब ठान लिया तो ठान लिया। दोस्तों जब पढ़ना ही है ,तो पढ़ लिया। जी हां दोस्तों किसी किसी में पढ़ने की इतनी ललक होती है कि ,उम्र कितनी भी क्यों ना हो जाए। लेकिन वह अपनी पढ़ाई पूरी करके रहते हैं ।आज हम ऐसे ही एक शख्स नारायण एस भट के बारे में बताएंगे, जिन्होंने अपने 70 वर्ष की उम्र के पड़ाव में भी अपनी इंजीनियरिंग को पूरा किया। और पूरे कॉलेज में टॉप किया है। आइए हम जानते हैं इनके बारे में।
कौन है यह 70 वर्ष के बूढ़े शख्स नारायण एस भट?
नारायण एस भट (Narayan S Bhat) का जन्म 1953 में उत्तर कन्नड़ जिले के सिरसी गांव में हुआ था। बचपन से ही उन्हें पढ़ाई का बहुत शौक था। लेकिन ठीक से पहले पढ़ने का मौका नहीं मिला। इस कारण से उन्होंने इस उम्र में ये मुकाम हासिल करके इतना नाम किया है। जिस उम्र में लोग सिर्फ आराम करने के बारे में सोचते है। उस उम्र में उन्होंने इंजीनियरिंग की परीक्षा में टॉप स्थान हासिल किया है।
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नौकरी करने लगे
शुरु से ही पढ़ाई में रुचि रखने वाले नारायण एस भट ने साल 1973 में पॉलिटेक्नीक कॉलेज में दाखिला लिया। उन्हें मैकेनिकल इंजीनियरिंग की तैयारी की थी। लेकिन उसकी परीक्षा अब दी। और टॉप कर गए।
प्राइवेट कंपनी में जब वह 2008 में ही रिटायर हो गए। तो अब उन्हें वक्त मिला था खुद के सपने पूरे करने का। कई सारे तो रिटायरमेंट होने के बाद आशा ही छोड़ देते हैं ,कि वह कुछ कुछ नहीं कर सकते हैं। लेकिन नारायण एस उनमें से नहीं थे, उन्होंने अपनी पढ़ाई पूरी करने की सोची। और आज देखिये नारायण एस भट ने पूरे कॉलेज में टॉप किया है। ये उन सभी युवाओं के लिए एक मिसाल कायम कर रहे हैं ,जो यह सोचते कि पढ़ाई तो बोझ है ,आखिर क्या करें ऐसा करके। ऐसा करके यह उन लोगों को ,उन बच्चों को भी शिक्षा दी है, जो पढ़ाई से भागते हैं।
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