छात्र जीवन में हम बहुत से ऐसी चीज़े सीखते है, जो हमारी जिज्ञासा को बढ़ाते है। और हम ऐसे में कई जिगासु छात्रों का उदाहरण ले सकते है ,जिन्होंने बहुत से अनोखे कार्य किये है। और कुछ न कुछ नए नए अविष्कार करते रहते है। और ऐसा ही एक उदाहरण है,10 वीं के छात्र सिकांतो का। जिन्होंने साइकिल के कचरे से मिलाकर एक कूड़े उठाने वाली शानदार मशीन तैयार की है। साल 2016 में सिकांतो ने ये कूड़ा उठाने वाली मशीन बनायीं थी। जो उस वक़्त बहुत चर्चा में रही थी। और 10 के उस छात्र की तारीफ हर कोई कर रहा था। क्योकि ये एक अनोखा प्रयास था। इससे पहले किसी भी छात्र द्वारा इस प्रकार की मशीन नहीं बनायीं गयी थी।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद जी ने भी की तारीफ
कक्षा 10 वी के इस छात्र सिकांतो के द्वारा बनायीं गयी ये कूड़ा उठाने वाली मशीन एक नई तरह की पहल है। और सिकान्तो के द्वारा बनायीं गयी ये मशीन की तारीफ राष्ट्रपति रामानाथ कोविंद ने की थी। और उनके इस प्रयास को बहुत सराहा गया था। और उस वक़्त देश का हर व्यक्ति उनकी तारीफ कर रहा था।
पश्चिम बंगाल के है सिकांतो
मूल रूप से सिकांतो पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद के रहने वाले है। और उनके नाम को लेकर भी कई सवाल उठे थे। क्योंकी उनका नाम बहुत अनोखा है। और उन्होंने बातचीत के दौरान बताया था कि वो पश्चिम बंगाल में जनमे है। और वो बेहद ही गरीब परिवार से है। और पिता काम की तलाश में घर से दूर मथुरा आये थे। और उनके साथ उनका परिवार भी आया था। और आकर मथुरा ही बस गया था। सिकांतो बचपन से ही पढ़ाई में होशियार था। और उन्होंने विज्ञान में काफी रूचि दिखाई थी और वो अक्सर नए नए आइडियाज खोजते रहते थे।
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जापान जाने का भी मौका मिला सिकांतो को
बता दे कि सिकांतो द्वारा बनायीं गयी साइकिल के कचरे से तैयार ये कूड़ा उठाने की डिवाइस सभी को बहुत पसंद आयी थी। और उनकी ये प्रदर्शनी नेशनल लेवल पर भी सेलेक्ट हुई थी। और जिसके बाद उन्हें एक कम्पनी से 1 लाख रुपए भी मिले थे। और सिकान्तो को जापान जाने का मौका भी मिला था।
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