मनोज बाजपेयी के पैदा होने पर कुंडली को देख ज्योतिषी ने बता दिया था कि बेटा हीरो बनेगा

मनोज बाजपेयी 23 अप्रैल को अपना जन्मदिन सेलिब्रेट कर रहे हैं। वे बॉलीवुड के टैलेंटेड एक्टर्स में शुमार किए जाते हैं। लेकिन इस सफलता का स्वाद चखने के लेकिन इस सफलता का स्वाद चखने के लिए मनोज ने काफी संघर्ष भी किया। आज देखिए, एक्टिंग में मनोज का कोई सानी नहीं. वे हर रोल में खुद को ढाल लेते हैं। जानें मनोज के जन्म के बाद उनके बारे में की गई एक भविष्यवाणी के बारे में हिन्दी सिनेमा में अपनी प्रयोगधर्मिता के लिए अलग पहचान बना चुके अभिनेता मनोज बाजपेयी का आज जन्मदिन है। आज हम आपको उनके जन्मदिन से जुड़े दो दिलचस्प किस्से बताने जा रहे है इस किताब में उनकी संघर्ष यात्रा का सिलसिलेवार और दिलचस्प तरीके से ब्योरा है। उनके जन्म का विवरण देते हुए किताब में लिखा गया है आज हम आपको उनके जन्मदिन से जुड़े दो दिलचस्प किस्से बताने जा रहे हैं, जिनका जिक्र पीयूष पांडे ने उन पर लिखी बायोग्राफी में किया है।

मनोज ने काफी संघर्ष  किया.
मनोज ने काफी संघर्ष किया.

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ज्योतिषी ने बता दिया था कि बेटा हीरो बनेगा

मनोज बाजपेयी का नामकरण हिंदी फिल्‍मों के मशहूर अभिनेता मनोज कुमार के नाम पर हुआ था। पिता ने जब पंडित जी से बच्चे कि कुंडली दिखाई तो ग्रहों की स्थिति को देखते हुए उन्होंने भविष्यवाणी की कि ये बच्चा या तो नेता बनेगा या अभिनेता। जिस भी दिशा में जाएगा परिवार का नाम रोशन करेगा। हुआ भी कुछ ऐसा ही मनोज को बचपन से ही उन्‍हें फिल्‍मों में काम करने का शौक था। अमिताभ बच्‍चन की ब्‍लॉक बस्‍टर फिल्‍म ‘जंजीर’ को देखने के बाद उन्‍होंने फैसला कर लिया कि वे अभिनेता ही बनेंगे।

ज्योतिषी ने बता दिया था कि बेटा हीरो बनेगा
ज्योतिषी ने बता दिया था कि बेटा हीरो बनेगा

मनोज बाजपेयी की बायोग्राफी कुछ पाने की ज़िद हाल में पेंगुइन इंडिया से प्रकाशित हुई है। इस किताब में उनकी संघर्ष यात्रा का सिलसिलेवार और दिलचस्प तरीके से ब्योरा है। उनके जन्म का विवरण देते हुए किताब में लिखा गया है, मनोज बाजपेयी का जन्म बेतिया के महारानी जानकी कुंवर अस्पताल में हुआ। बच्चा स्वस्थ है, ये जानकार मां-पिता ने चैन की सांस ली क्योंकि मनोज से पहले जन्मा एक नवजात पैदा होते ही काल के गाल में समा गया था, और इस असहनीय दर्द ने मनोज के मां-बाबूजी को कई दिनों तक सदमे में रखा था।

मनोज वाजपेय अपने परिवार के साथ
मनोज वाजपेय अपने परिवार के साथ

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कुंडली देखते ही ज्योतिषी ने बता दिया कि मनोज की राह

मनोज के जन्म की आधिकारिक तारीख दस्तावेजों में दर्ज है 23 अप्रैल 1969 की। मनोज की माताजी ने बताया, “मनोज का जन्म दोपहर तीन बजे हुआ था ।हम लोगों के यहां सभी बच्चे गांव में नहीं बल्कि शहर में ही होते थे। हम लोग रहते गांव में थे लेकिन डिलीवरी के वक्त एक महीने पहले अपने डेरे (शहर के घर) पर पहुंच जाते थे।

कुंडली देखते ही ज्योतिषी ने बता दिया कि मनोज की राह
कुंडली देखते ही ज्योतिषी ने बता दिया कि मनोज की राह

मज़ेदार बात यह है कि सिर्फ मनोज बाजपेयी ही नहीं बल्कि उनकी बड़ी बहन कामिनी और सभी छोटे भाई-बहन यानी सरोज, पूनम, सुजीत और गरिमा भी बेतिया के जानकी कुंवर अस्पताल में ही पैदा हुए।मज़ाक में कहा जा सकता है कि अस्पताल के प्रबंधन ने संभवत बाजपेयी परिवार को कोई आकर्षक डील दी थी।जिसके तहत सभी बच्चों का जन्म इसी अस्पताल में हुआ।

हम लोगों के यहां सभी बच्चे गांव में नहीं बल्कि शहर में ही होते थे.
हम लोगों के यहां सभी बच्चे गांव में नहीं बल्कि शहर में ही होते थे.

क्योंकि सिर्फ मनोज बाजपेयी के सगे भाई बहन ही नहीं बल्कि चाचा-ताऊ के बच्चों का जन्म भी भी बेतिया के इसी अस्पताल में हुआ। मनोज बाजपेयी मनोज के पिता राधाकांत बाजपेयी ने बताया था, “हमारे बेतिया में पंचानंद मिश्रा नाम के एक ज्योतिषी थे।उन्होंने मनोज की कुंडली देखने के बाद बताया था कि ये लड़का काफी नाम करेगा।के जन्म के साथ ही उनकी कुंडली बनवाई गई और कुंडली देखते ही ज्योतिषी ने बता दिया कि मनोज की राह क्या है।उन्होंने उसी वक्त बता दिया था कि ये लड़का या तो नेता बनेगा या अभिनेता।दोनों में जिस क्षेत्र में भी जाएगा, ये नाम करेगा। वो पुरानी कुंडली अब घरवालों के पास नहीं है। मनोज उसे अपने साथ ले गए हैं। पंचानंद मिश्रा की बात सही साबित हुई।हमारे इस आर्टिकल को पढ़ने के लिए आप सबका धन्यवाद और इस प्रकार की ओर भी रोचक खबरे जानने के लिए हमारी वेबसाइड ”Samchar buddy  से जुड़े रहे।

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