भारत का हर व्यक्ति जब युवा होता है, तो वो यही चाहता है,कि उसकी सरकारी नौकरी हो, क्योकि सरकारी नौकरी के ठाठ ही अलग होते है, और उसकी बात ही अलग होती है। क्योकि इसमें न सिर्फ वेतन अच्छा होता है , बल्कि इसमें सम्मान भी बहुत मिलता है। ,लेकिन कई युवा ऐसे भी होते है, जो सरकारी नौकरी तो करते है, लकिन एक सही मौके पर। और अपनी मनचाही इच्छा से। और वाकई सरकारी नौकरी की चाह में वो अपनी दूसरी जगह पर लगी नौकरियां छोड़कर सिर्फ अपनी उद्देश्य पर रहकर अड़े रहते है। और कड़ा प्रयास करते है। और एक ऐसे ही युवा है श्याम सुंदर बिश्नोई, जिन्होंने करीब 11 सरकारी नौकरियां ठुकराई, लेकिन 12 वी बार श्याम सुंदर बिश्नोई अपनी मनपसंद इच्छा की नौकरी पाकर सम्मान प्राप्त किया।
राजस्थान से है श्याम सुंदर बिश्नोई
बता दे कि, श्याम सूंदर बिश्नोई का जन्म राजस्थान के बीकानेर (Bikaner) जिले के खाजूवाला में हुआ था। और इनके पिता पेशे से एक किसान है। जिन्होंने बहुत मशक्क्त करके अपने बेटे श्याम को पढ़ाया-लिखाया। और इस काबिल बनाया, कि वे जीवन में कुछ अच्छा कर सके। श्याम सुंदर बिश्नोई ने भी बचपन से ही अधिकारी बनने का सपना देखा था ,और उसके लिए प्रायसरत हो गए थे। लेकिन उन्होंने कई बार सरकारी नौकरी मिलने पर उसे नकार दिया। इसका कारण था, कि श्याम सूंदर शुरू से ही यूपीएसी की परीक्षा पास करके एक बड़ा अधिकारी बनना चाहते थे।
11 बार ठुकराई सरकारी नौकरियां
श्याम सुंदर ने अपनी तैयारी के दौरान कई बार सरकारी नौकरी के लिए परीक्षाये दी, और इन 5 सालो में उनका चयन कई बार हुआ, लेकिन उन्होंने अपने सपने को हमेशा जिन्दा रखा। और उसी के लिए प्रयासरत रहे। और RAS बनकर ही अपनी ज़िद्द पूरी की। सोचने वाली बात तो ये है, कि वो अपने मार्ग से डिगे नहीं, और लगातार 11 बार सरकारी नौकरियां ठुकरा दी, जिसमे उन्होंने कांस्टेबल सीआईडी
पटवारी, राजस्व मंडल, शिक्षक ग्रेड तृतीय (सामाजिक विज्ञान),शिक्षक (अंग्रेजीसब इंस्पेक्टर, राजस्थान पुलिस, स्कूल व्याख्याता (भूगोल) ज़िला परिवहन अधिकारी (डीटीओ) ग्राम सेवक, कॉपरेटिव इंस्पेक्टरआदि जैसी प्रतिष्ठित सरकारी नौकरियां छोड़कर सिर्फ RAS अधिकारी बनने के लिए प्रयासरत रहे।
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4 थी रैंक के साथ हासिल किया RAS का पद
श्याम ने अपनी कड़ी मेहनत और लगन के बल पर 5 साल तक लगातर अपने आप को परखते हुए परीक्षाये दी, और उसमे पास भी हुए। लेकिन उन्होंने सिर्फ एक ही लक्ष्य रखा, वो था एक RAS अधिकारी बनने का। और उन्होंने 4 थी रैंक के साथ न सिर्फ इस परीक्षा को पास किया, बल्कि सम्मान भी हासिल किया, आज श्याम सुंदर बतौर SDM के पद पर अजमेर में कार्यरत है।
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