आजकल आज्ञाकारी युवा दुनिया में बहुत कम ही रह गए है। जो कि अपने माता पिता के संघर्षो को समझते है और बहुत कम युवा अपने माता पिता के किये गए प्रयासों को समझता है। और उनके सपनो को अमल में लाता है।उन्ही में से ऐसे ही एक होनहार युवा है मुकुंद कुमार झा। जिन्होंने शुरू से ही अपने माता पिता की मेहनत की बहुत कदर की है। उनके पिता जी दूध बेचने का काम करते है। और उन्होंने बहुत मुश्किलो से मुकुंद को पढ़ा-लिखाकर आज इस काबिल बना दिया कि वो सिर्फ परिवार के लिए ही नहीं बल्कि समाज के लिए भी कुछ कर पा रहे है। और मुकुंद कुमार झा ने यूपीएसी की तैयारी करके उसमे सफलता भी हासिल की है ,और अपने माता पिता का नाम भी रोशन किया है। बता दे कि उन्होंने बिना किसी कोचिंग के यूपीएसी की तैयारी की थी। और उसमे पास भी हुए। और आज मुकुन्द एक आईएएस अफसर बन गए है।
मुकुंद कुमार झा पिता चलाते है डेयरी बूथ
बता दे कि मुकुंद कोई अमीर परिवार से तो नहीं है। लेकिन उनके होंसले बहुत अमीर और अच्छे है। जो कि आज उन्हें इस मुकाम तक लेकर गए है। उनके पिता मनोज कुमार जी तो एक डेयरी बूथ का काम करते है। और दूध वगेरा बेचते है। उनकी माता जी एक साधारण ग्रहणी है। और मुकुंद के माता पिता ने उनकी पढ़ाई पूरी करवाने में कोई भी कमी नहीं छोड़ी। और उन्हें जितने संभव हों सके पढ़ाया।
नवोदय से की थी स्कूलिंग
मुकुंद ने अपनी प्रारम्भिक शिक्षा अपने गाँव से ही की है। और आगे की स्कूली शिक्षा के लिए उन्होंने नवोदय का रुख किया। वहीं से अपनी 12 की पढ़ाई की। इसके बाद मुकुंद ने दिल्ली के पी.जी.डी.ए.वी. कॉलेज से इंग्लिश से ग्रेजुएशन पूरा किया। इसी दौरान उनके मन में यूपीएसी की तैयारी की भी इच्छा जागी। और उन्होंने यूपीएसी परीक्षा की तैयारी की सारी जानकरी इक्क्ठा करके तैयारी शुरू भी कर दी थी।
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मुकुंद कुमार झा पास की यूपीएसी की परीक्षा
मुकुंद ने अपनी तैयारी कॉलेज के ही दिनों से करनी शुरू कर दी थी। और पुरे मन से कॉलेज के साथ साथ यूपीएसी का एग्जाम दिया। और साल 2019 में उन्होंने परीक्षा दी ,जिसका परिणाम आया साल 2020 में। और उनका ये परिणाम उनके लिए सौभाग्य लेकर आया। उन्होंने 54 वी रैंक के साथ ये परीक्षा पास की और आईएएस बन गए।
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