आपने कई तरह की सफलता की कहानियां सुनीं होंगी। लेकिन कुछ कहनियां ऐसी होती है, जो दिल को बहुत सुकून और प्रेरणा देती है। ऐसी ही एक कहानी है, सोनल गोयल की, जो कि आज एक आईएएस अफसर के तौर पर कार्यरत है। और समाज को बदलने का काम कर रही है। उनकी इस सफलता के पीछे न सिर्फ उनकी मेहनत और लगन है, बल्कि एक दिलचस्प कहानी भी है। सोनल गोयल ने यूपीएसी की परीक्षा में न सिर्फ सफलता हासिल की, बल्कि उसमे 13वां स्थान भी हासिल किया है। जो कि वाकई बहुत गर्व की बात है। उनके पिता ने उनसे एक बार इस परीक्षा की तैयारी के लिए मना कर दिया था। उसके पीछे का कारण था, इस परीक्षा का इतना कठिन होना। और वाकई इस परीक्षा को पास करना इतना कठिन है कि लाखो बच्चो में से मात्र कुछ 700 या 800 बच्चे सेलेक्ट होते है।
मिडिल क्लास फेमिली से है सोनल गोयल
बता दे कि सोनल एक माध्यम वर्गीय परिवार से ताल्लुक रखती है। और उन्होने इस परीक्षा को पास करने के लिए बहुत मेहनत और लगन की है। उनके पिता पेशे से एक चार्टेड अकॉउंटेड है। और उनकी माता जी एक ग्रहणी है। सोनल ने एक बार किसी साक्षात्कार में बताया था, कि जब उन्होंने यूपीएस की तैयारी शुरू की थी, तो उनके पिता ने उन्हें तैयारी करने से ही मना कर दिया था।
पिता ने सलाह दी थी कुछ ऐसी
सोनल के पिता ने सोनल से कहा था, कि वो “यूपीएसी की तैयारी छोड़कर कोई दूसरी परीक्षा की तैयारी कर ले, क्योकि ये परीक्षा बहुत कठिन होती है। और इस परीक्षा में बहुत ही कम लोगो को सफलता मिल पाती है, कोई दूसरा प्लान रेडी रखे। हांलाकि उस वक़्त सोनल ने भी ज़िद्द ठानी हुई थी, जिसके कारण वो आज सफल हो पायी है। और उन्होंने इस परीक्षा में 13 वा स्थान भी प्राप्त किया है। और उनकी इस सफलता से उनके पिता भी बहुत प्रसन्न है।
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दूसरे प्रयास में हासिल की सफलता
बता दे कि, सोनल गोयल को ये अनोखी सफलता उनके दूसरे प्रयास में मिली है। उन्होंने साल 2006 में तैयारी शुरू की थी। लेकिन वो सिर्फ प्री और मेंस ही क्लियर कर पायी थी। और साक्षात्कार में रह गयी थी, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी, और फिर से UPSC तैयारी में जुट गयी। और इस बार उन्होंने साल 2007 में न सिर्फ परीक्षा पास की, बल्कि 13 वा स्थान भी प्राप्त किया था।
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