भारत में क्रिकेट के बहुत दीवाने है, और हर किसी के कोई न कोई क्रिकेट के फेवरेट खिलाड़ी है। और अक्सर IPL भारत में जब भी आयोजित किये जाते है। कई सारे लोग क्रिकेट लीग देखते है। कई ऐसे खिलाडी है, जिनके पीछे की संघर्ष की कहानी सभी को चौंकाने वाली है। और हर किसी के लिए प्रेरणा भी है। ऐसी ही एक कहानी है उरमान मलिक की , जिनके पिता जी सब्जी की ठेली लगाकर घर का खर्चा चलाते थे। और उरमान मलिक खुद भी 500 रुपए लेकर मैच खेलता था ,उनकी रफ़्तार बहुत तेज थी ,जिसके कारण उमरान मलिक सबसे तेज़ गेंदबाज़ के रूप में गिने जाते है। और उन्होंने इस पहचान को बनाने के लिए काफी संघर्ष किया है।
IPL सीजन 2022 में दिखाया जलवा
बता दे कि, अभी हाल ही में IPL सीजन 2022 का 40 वा मैच सम्पन्न हुआ था। जिसमे सनराइजर्स हैदराबाद और गुजरात टाइटन्स टीम के बीच टक्कर का मुकाबला चल रहा था। ऐसे में SRH के तेज़ गेंदबाज़ उरमान मलिक ने इस मैच में 5 विकेट लेकर धूम ही मचा दी थी। उरमान सबसे तेज़ गेंदबाज़ कहे जाते है। और हर कोई कौशल और हुनर को देखकर हैरान हो जाता है। और उनके यूँ तेज़ रफ्तार के कारण उन्हें रफ़्तार किंग के नाम से जाना जाता है।
उमरान मलिक कभी 500 रुपए लेकर खेला करते थे मैच
उमरान मलिक को शुरू से ही क्रिकेट का जूनून संवार रहता था। और वो इस हद तक पागल थे, कि 500 रुपए लेकर मैच खेलते थे। उनका जीवन बहुत मुश्किलों में गुज़रा है। लेकिन उन्होंने हार मनना नहीं सीखा। शायद इसीलिए वो आगे बढ़ पाए। और आगे चलकर इतने बड़े गेंदबाज़ बन गए है। और भारत का नाम रोशन कर रहे है।
उमरान मलिक पिता लगाते थे सब्जी की दुकान
उमरान मलिक जी एक गरीब परिवार में जन्मे थे। और उनके पिता कभी सब्जी और फल बेचकर घर का खर्च चलाया करते थे। और इसी तरह से उनका और उनके घर का गुज़ारा चलता था। उनके में मने शुरू से ही क्रिकेट के प्रति जूनून था। जिसके लिए उन्होंने काफी प्रयास भी किया। और उन्होंने शुरुआत में मौलाना आज़ाद स्टेडियम में बतौर स्टेडियम बॉय काम भी किया था। लेकिन कोच रणधीर सिंह ने उनकी मेहनत को देखते हुए उन्हें सराहा था। और उन्ही के सपोर्ट के कारण वो दिन भर घंटो धुप में प्रक्टिस कर पाते थे।
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उमरान मलिक बन गए रफ़्तार किंग
उमरान मलिक के लिये ये सफर आसान नहीं था। आख़िरकार वो अपनी मेहनत से इंडियन क्रिकेट टीम में सलेक्ट हुए। और आज वो अपनी तेज़ रफ़्तार कारण रफ़्तार किंग के से जाने जाते है।
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