आपने कई तरह के बिज़नेस स्टार्ट अप के बारे में सुना होगा। और उनकी सफलता के किस्से भी जाने होंगे। लेकिन आज जो स्टार्ट अप की कहानी हम लेकर आये है। वो थोड़ी सी अलग है। और अपने आप में ही अनोखी है। हम बात कर रहे है उपासना टापू की। जो कि देश की सबसे पहली ऐसी महिला बन गयी है ,जो कि देश के पहले ऐसे मोबाइल एप्प चलाती है। और वो मोबाइल वॉलेट कंपनी ‘मोबिक्विक’ नाम की एक कम्पनी चलाती है। और कई युवाओ को रोज़गार दे रही है। उपासना टाकू ‘मोबिक्विक’ की सह-संस्थापक बन चुकी है। बता दे कि, मोबिक्विक देश का -पहला वॉलेट है, जो क़ि एक इ-कॉमर्स वेबसाइट के रूप में उभर रहे है।
उपासना टाकू एक अपार्टमेंट के कमरे से किया बिज़नेस
बता दे कि, उपासना टाकू ने ये काम की शुरुआत अपने घर के दो कमरों से की थी। और इस मोबिक्विक का यूजर बेस ही फिलहाल 110 मिलियन तक है। भविष्य में इसे 250 मिलियन तक ले जाना इनकी योजना है। उपासना की इस सफलता के पीछे उनकी सकारात्मक सोच और नजरिया है।और उनके मजबूत होंसलो की बदौलत ही उन्हें आगे जाने में सहायता भी मिली है। ये वाकई कमाल की बात भी है
उपासना टाकू कुछ ऐसे शुरू हुआ बिज़नेस
उपासना अपने दोस्त विपिन की हेल्प करके आगे बढ़ी। क्योकी विपिन भी एक स्टार्ट अप करना चाहते थे। और उपासना ने उस वक़्त भी ये इच्छा जताई थी कि मेरी भी मोबाइल वॉलेट क्षेत्र में काम करने की इच्छा है। काम करना है नहीं पता था ,लेकिन किस तरह से करना है। ये मालूम था। इसी इच्छा शक्ति को बनाये रखते हुए उन्होंने अपने काम की शुरुआत की। साल 2010 में उन्होंने इस व्यापार किस शुरुआत की। और वह अपने दोस्त विपिन के साथ ही उसके मोबी क्विक का हिस्सा बन गयी। और उपासना टाकू एक सह संस्थापक के रूप में आगे आयी। और आज वो और उनके दोस्त मिलकर अपने मोबी क्विक पर काम कर रहे है। और कई लोगों के लिए रोज़गार का एक माध्यम भी बन गए है।
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क्या है मोबिक्विक प्लेटफार्म
उपासना टाकू और उनके मित्र ने मिलकर समस्या पर काम किया। जिसमे उन्होंने इस बिंदु पर काम किया। कि किस तरह से लोग 10-10 रुपेय के रिचार्ज पर खर्च कर डेट है। तो उपासना ने मोबी क्विक प्लेटफार्म को आगे बढ़ाने के लिए सबसे पहले मोबी क्विक से रिचार्ज माध्यम उपलब्ध करवाया। उसके बाद से ही मोबी क्विक अब एक मोबिल वॉलेट बन चुका है।
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