फिल्मों में आने के बाद विमी का उनके पति से तलाक हो गया। कोलकाता के बड़े बिजनेसमैन से वह अलग होने के बाद उनका नाम फिल्म प्रोड्यूसर जॉली संग जोड़ा गया।मीडिया रिपोर्ट्स अनुसार, प्रोड्यूसर जॉली की वजह से उनकी पर्सनली और प्रोफेशनल दोनों तबाह हो गई। रिपोर्ट्स की अनुसार, फिल्मों और टेक्स्टाइल बिजनेस से लाखों रुपये कमाने वाली विमी की हालत बदहाली में बदल गई क्योंकि उनकी टेक्स्टाइल इंडस्ट्री डूब गईं।कंपनी डूबने के बाद उन्हें इतना घाटा हुआ कि वह लाखों के कर्ज में डूब गईं। कहानी उस अदाकारा की जिसमें दिग्गज एक्ट्रेस साधना शिवदासानी, वहीदा रहमान, मुमताज, शायरा बानो जैसी स्टार को एक ही फिल्म से पटखनी चटा दी थी। बेहद कम समय में बेशुमार दौलत, शोहरत और सफलता कमाई. हालांकि वह अपना स्टारडम सम्हाल नहीं पाई और एक झटके में धराशायी हो गई। उसकी पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ तबाह हो गई. कहा जाता है कि आर्थिक तंगी की वजह से उस अकादारा ने खुद को वेश्यावृति के हवाले कर दिया था और इससे उनका बचा करियर भी बर्बाद हो गया।वो कोई और नहीं गुजरने जमाने की बेहद खूबसूरत एक्ट्रेस विमी थीं।जो फिल्म ‘हमराज’ से वो रातोंरात स्टार बन गईं थीं।
करोड़ों में राज करने वाली विमी का शव
साल 1960 और 1970 के दशक में फिल्मी परदे पर राज करने वाली वो खूबसूरत एक्ट्रेस विमी अपनी पहली ही फिल्म से स्टार बन गई थी। मासूमियत ऐसी कि उन्हें देख हर कोई ठहर जाता करता था।
फिल्म इंडस्ट्री के कई बड़े सितारे उनकी खूबसूरती और अदाओं का दीवाने थे।हालांकि उन्होंने बेहद कम उम्र में ही इस दुनिया को अलविदा कह दिया था।पंजाब के जालंधर में 1943 में पैदा हुईं और 1977 में इस दुनिया को हमेशा के लिए छोड़ दिया।
पति से अलग होने के बाद वे डिप्रेशन में पहले से ही थीं।बाद में जॉली की संगत में उन्हें शराबी बना दिया।बाद में वह वेश्यावृत्ति के रास्ते पर चल पड़ी पता ही नहीं चला।मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, विमी के बेहद करीबी दोस्त कृष्णा ने भी उनके प्रॉस्टीट्यूशन का हिस्सा वाली बात को स्वीकार किया था।
उन्होंने कहा था कि जॉली से मिलने के बाद अलग-अलग होटल जाने लगी थीं और प्रॉस्टीट्यूशन का हिस्सा बन गई थीं. जॉली उन्हें मजबूर करने लगा था।
विमी की छोटी सी लाइफ में एक कहावत बेहद सटीक बैठती है कि ‘चार दिन की चांदनी फिर अंधेरी रात’. उस जमाने में विमी हर फिल्म के 3 लाख रुपए लिया करती थीं और अपने बिजनेस से करोड़ों कमाती थीं।
बता दें कि विमी की मौत अधिक शराब पीने की वजह से हुई थी। अंतिम दिनों में 33 साल की विमी लीवर खराब हो चुका था। इलाज के लिए उनके पास पैसे नहीं थे।जिंदगी के आखिरी दिनों में वे मुंबई के नानावटी अस्पताल के जनरल वॉर्ड में भर्ती रहीं।
जहां 22 अगस्त 1977 को विमी ने अपना दम तोड़ा। उनके निधन के बाद अस्पताल में ना उनका पति था और ना ही बच्चे , कोई दोस्त और ना कोई करीबी और अस्पताल से श्मशान घाट पहुंचाने वाला।
उन्हें कंधा देने वाला भी कोई नहीं था। कहा जाता है जिसने उनकी जिंदगी तबाह उसी जॉली ने एक चायवाले का ठेला लिया और ठेले में रखकर उनकी डेडबॉडी श्मशान घाट पहुंचाई।
उनके निधन के बाद अस्पताल में ना उनका पति था और ना ही बच्चे , कोई दोस्त और ना कोई करीबी और अस्पताल से श्मशान घाट पहुंचाने वाला।
उन्हें कंधा देने वाला भी कोई नहीं था। कहा जाता है जिसने उनकी जिंदगी तबाह की उसी जॉली ने एक चायवाले का ठेला लिया और ठेले में रखकर उनकी डेडबॉडी श्मशान घाट पहुंचाई।
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