अमरीश पुरी हमारे बीच नहीं हैं। 12 जनवरी 2005 को 72 वर्ष के उम्र में ब्रेन ट्यूमर की वजह से उनका निधन हो गया। लेकिन फिल्मों के जरिए वो आज भी हमारे बीच में मौजूद हैं। बॉलीवुड से लेकर हॉलीवुड में एक्टिंग करने वाले अमरीश पुरी को उनके लंबे चौड़े कद, दमदार आवाज़, डरावने गेटअप और जबरदस्त शख्सियत के लिए जाना जाता है। जब भी कोई बहुत खुश होता है तो उनका ये डायलॉग ‘मोगैंबो खुश हुआ’ अपने आप आ जाता है।अमरीश पुरी के पुण्यतिथि पर उनके बारे में कुछ खास बातें आपको बताते हैं.निर्देशक आदित्य चोपड़ा की इस फिल्म में काजोल और शाहरुख खान ने लोकप्रियता के नए कीर्तिमान स्थापित किए। काजोल ने सिमरन का किरदार निभाया और हिंदी सिनेमा के इतिहास में अपना नाम सुनहरे अक्षरों में दर्ज करा लिया। दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे हिन्दी सिनेमा के इतिहास की सबसे लोकप्रिय फिल्म बनी। काजोल ने एक ऐसी लड़की का किरदार निभाया, जिसके लिए सपने भी ज़रूरी हैं और परिवारिक मूल्य भी। शाहरुख खान के साथ काजोल की जोड़ी खूब पसंद की गई। फिल्म में अमरीश पुरी, अनुपम खेर, फरीदा जलाल, परमीत सेठी, हिमानी शिवपुरी ने सहायक भूमिका निभाई।
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अमरीश पुरी जिसकी आवाज से कांपते थे लोग
निर्देशक अनिल शर्मा की फिल्म। आनंद बख्शी के गीत और उत्तम सिंह का संगीत। मुख्य भूमिका में सनी देओल, अमीषा पटेल, अमरीश पुरी नजर आए। फिल्म सुपरहिट साबित हुई। गदर को हिन्दी सिनेमा की यादगार फिल्मों में माना जाता है।
निर्देशक राजकुमार संतोषी की फिल्म। राजकुमार संतोषी की स्क्रिप्ट। फिल्म को प्रोड्यूस किया धर्मेन्द्र ने। बप्पी लहरी का संगीत। मुख्य भूमिका में सनी देओल, मीनाक्षी सेषाद्रि, राज बब्बर, मौसमी चटर्जी, अमरीश पुरी नजर आए। फिल्म सुपरहिट साबित हुई।
निर्देशक राजकुमार संतोषी की फिल्म। राहुल देव बर्मन और अनु मलिक का संगीत। मजरुह सुल्तानपुरी के गीत। फिल्म में मुख्य भूमिका सनी देओल, डैनी डेन्जोंगपा, अमरीश पुरी, मीनाक्षी सेषाद्रि, के के रैना ने निभाई। फिल्म बेहद कामयाब रही और इसे दर्शकों ने खूब पसंद किया।
निर्देशक शेखर कपूर की फिल्म। फिल्म में मुख्य भूमिका अनिल कपूर और श्रीदेवी ने निभाई। फिल्म के गीत जावेद अख्तर ने लिखे जबकि संगीत लक्ष्मीकांत प्यारेलाल ने दिया। फिल्म में खलनायक की भूमिका में अमरीश पुरी नजर आए। फिल्म बेहद कामयाब रही।
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एक्टिंग से हर किरदार को दमदार बनाया
अमरीश पुरी जितना फिल्मों में कठोर इंसान के तौर पर दिखते थे उतने ही आम जिंदगी में सरल थे। वो अनुशासन में रहना पसंद करते थे। हर काम सही तरीके से करना उन्हें पसंद था। अमरीश पुरी ने 30 साल से ज्यादा वक्त तक फिल्मी दुनिया में काम किया। 400 से भी ज्यादा फिल्मों में काम किया था।
अमरीश आंखों से एक्टिंग करते थे और दमदार आवाज उसमें जान फूंक देती थी। लेकिन 12 जनवरी 2004 में अमरीश का निधन हो गया। ब्रेन हैमरेज ने उनकी जान ले ली। अमरीश की 12 जनवरी को 18वीं डेथ एनिवर्सरी है।
12 जून 1932 में पाकिस्तान के लाहौर में पैदा हुए अमरीश विलेन बनकर जितना नाम कमाया उतना ही पॉजिटिवि रोल में भी लोगों का अपना मुरीद बना लिया था। ‘मिस्टर इंडिया’ के ‘मोगैंबो’ से लेकर ‘डीडीएलजे’ के ‘बाऊजी’ के किरदार तक अमरीश ने अपनी अमिट छाप लोगों के दिलों पर छोड़ी।
अमरीश ने ‘नसीब’, ‘विधाता’, ‘हीरो’, ‘अंधा कानून’, ‘अर्ध सत्य’, ‘हम पांच’ ‘मिस्टर इंडिया’ ‘कोयला’और ‘ग़दर’ जैसी फिल्मों में खलनायक के रूप में ऐसा काम किया जिसे देखते ही खौफ पैदा हो जाता है।
‘नागिन’ में तांत्रिक का ऐसा करिदार निभाया जिसे भुलाया नहीं जा सकता है।हमारे इस आर्टिकल को पढ़ने के लिए आप सबका धन्यवाद और इस प्रकार की ओर भी रोचक खबरे जानने के लिए हमारी वेबसाइड ”Samchar buddy.com से जुड़े रहे।