शाहिद कपूर ऐसे ही एक अभिनेता हैं। डांस और एक्टिंग में शाहिद का कितना दम है ये तो सभी जानते हैं लेकिन क्या आप जानते हैं कि वो कौन सी फिल्म थी जिसने शाहिद को फ्लॉप हीरो की लिस्ट में डाल दिया था ऐसा कहा जाता है कि कोई फिल्म कभी एक व्यक्ति नहीं बनाता है लेकिन एक फिल्म के फ्लॉप होने का दोष हमेशा एक व्यक्ति पर लगाया जाता है।ऐसे कई अभिनेता हैं जिन्होंने बॉलीवुड में अपना हुनर दिखाने की कोशिश की लेकिन बॉलीवुड में उनकी छवि फ्लॉप हीरो बन गई क्योंकि उन पर हमेशा फ्लॉप फिल्म के आरोप लगते रहे।यह फिल्म थी यशराज फिल्म्स की ‘दिल बोले हड़िपा’। यह फिल्म उनके पति आदित्य चोपड़ा ने शाहिद कपूर और रानी मुखर्जी के साथ मिलकर अपने करियर पर ध्यान केंद्रित करने के लिए उस समय बनाई थी जब रानी मुखर्जी को बॉलीवुड में काम कम मिल रहा था।
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“मुझे तो सिर्फप्रॉपर्टी की तरह यूज़ किया
यह फिल्म एक युवा महिला के क्रिकेटर बनने की थीम पर आधारित थी जिसके कारण फिल्म का फोकस स्वाभाविक रूप से रानी पर था. यही वजह है कि फिल्म फ्लॉप साबित हुई. वहीं दूसरी ओर कहा गया कि शाहिद फिल्म में केवल एक चीज के रूप में इस्तेमाल किया गया था और रानी और शाहिद के बीच कोई केमिस्ट्री नहीं थी
चाहे यशराज जैसा बड़ा बैनर हो, पर निर्देशक सूझबूझ से काम न ले तो बॉक्स ऑफिस गणित गड़बड़ा सकता है। रानी और शाहिद जैसे बड़े सितारों के बावजूद अनुराग के निर्देशन में वो चुस्ती नहीं दिखती, जो इन सितारों की वजह से आने वाली भीड़ को टिका सके। फिल्म कई जगह काफी स्लो है। स्क्रीनप्ले भी काफी कमजोर है, जिसकी वजह से निर्देशक रानी और शाहिद के बीच कैमिस्ट्री नहीं उपजा सके।
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शाहिद कपूर भड़का रानी पे कही “मेरी माँ की उम्र की है वो
जो लोग ‘कमीने’ में शाहिद कपूर की एक्टिंग से प्रभावित हो चुके हैं, उन्हें इस फिल्म से निराशा हाथ लगेगी। रानी को देख ‘बंटी और बबली’ की याद तो जरूर आती है, पर उनकी अदाकारी का जादू नहीं दिखता। सिख के गैटअप को उन्होंने अच्छे से कैरी जरूर किया है, लेकिन वीरां का किरदार बार-बार हावी होता दिखता है। अंत के सीन में रानी अच्छी लगी हैं।
अनुपम खेर बस ठीक ही लगे हैं। राखी सावंत और शर्लिन चोपड़ा के रोल में एक्सपोजर से अधिक कुछ नहीं है।रानी जिस नौटंकी से ताल्लुक रखती है, उसकी यादें अब कहानियों में ही बसती हैं। क्रिकेट मैच में साफ दिखता है कि किरदार कैसे खुद को बढ़ा-चढ़ा कर पेश कर रहे हैं।दिल बोले हड़िप्पा’ न तो ‘लगान’ है और न ‘चक दे इंडिया,’ फिर भी रानी के प्रशंसकों के लिए टाइमपास मसाला है।हमारे इस आर्टिकल को पढ़ने के लिए आप सबका धन्यवाद और इस प्रकार की ओर भी रोचक खबरे जानने के लिए हमारी वेबसाइड Samchar buddy.com से जुड़े रहे