एलोरा का कैलास मंदिर जो पर्यटकों का मुख्य आकर्षण का केंद्र हे जो बहुत बड़ी शिला को काटकर बनाया गया हे। जिसे देखकर वैज्ञानिक अभी तक आस्वस्त नहीं हो पाए कि क्या सचमुच यह कारीगरी इंसानो ने ही की हे यहां पर बहुत बड़े पहाड़ को काटकर मंदिर बनाया गया हे। जो मंदिर कि एक ही पत्थर से बना हे यही सबसे बड़ा रहस्य हे कि आखिर यह कैसे हो सकता हे की एक ही पत्थर से पूरा मंदिर बना हो इसी बात पर अलग अलग लोगों की अपनी अपनी राय हे। भारत के लोगों की धार्मिक आस्था हे जिस वजह से कुछ लोग मंदिर को स्वयं ही निर्मित मानते हैं। लेकिन पश्चिमी विद्वानों का मत हे कि मंदिर का निर्माण एलियंस ने किया।
प्राचीन शिल्पकला की अनूठी तकनीक
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कैलास मंदिर के बारे में जब आधुनिक विद्वान कयास लगाते हैं तो कहते हैं कि यहां पर थ्री डी कैमरे और अत्याधुनिक हथियार लेजर तकनीक का इस्तेमाल कर बनाया गया होगा। लेकिन तब के समय में यह सब संभव नहीं था इसीलिये उन्होंने एलियंस की कहानी विकसित कर इसे परग्रही जीवों की रचना से जोड़ दिया हे। लेकिन भारत में रहने वाले आस्थावान लोग जो इस मंदिर को आस्था का केंद्र मानते हैं उनके लिए एलियंस वाली थ्योरी बिलकुल फिजूल ही हे।
कैलास मंदिर के बारे में एक मान्यता यह भी हे कि इसे राष्ट्रकूट वंश के कृष्ण प्रथम ने बनाया था जो एलोरा की गुफाओं में नायाब हे। जिसके लिए समय समय पर लोगों द्वारा दुनिया के आश्चर्यों में भी इस जगह को शामिल करने की मांग उठती रहती हे जो भारत के लिए गर्व का विषय हे।
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एलोरा कैलास मंदिर विश्व का महानतम आश्चर्य
यहां पर कभी भी पूजा नहीं होती यह अब केवल पर्यटक स्थान हे जिसमे वभिन्न देवताओं की मूर्तियां उकेरी गई हैं। यहां पर इस मंदिर को बनाने का क्या उद्देश्य था यह अबूझ पहेली बना हुआ हे जिज्ञासुओं के द्वारा कई प्रयत्न के बाद भी इसकी गुत्थी नहीं सुलझ पायी यह रहस्य दुनियाभर के लोगों के शोध में और दुनिया भर के महानतम आश्चर्यों में शामिल हे।
कैलास मंदिर भगवान् शिव को समर्पित हे की खूबसूरत उत्कृष्ट वास्तुकला रचना हे जिसे करीब 7000 मजदूरों ने 150 सालों में तैयार किया। इसकी रचना हिमालय की तर्ज पर शिव का दूसरा स्वरुप विकसित करने के उद्देश्य से हुई शायद ताकि इसे छोटा कैलास बनाया जा सके। जो उस समय की नायाब रचना हे जिसेसे पता चलता हे कि उस समय कितनी एडवांस तकनीक थी जिसका ज्ञान समय के साथ ही लोप हो गया।हमारे इस आर्टिकल को पढ़ने के लिए आप सबका धन्यवाद और इस प्रकार की ओर भी रोचक खबरे जानने के लिए हमारी वेबसाइड ”Samchar buddy” से जुड़े रहे।