Mobile Industry : मोबाइल फोन इंडस्ट्री ने पिछले 9 सालों में एक अद्वितीय ग्रोथ की दर्ज की है, जिसकी रौंगत ने देश की निर्भरता को कम करते हुए ‘मेड इन इंडिया’ को मजबूती से प्रमोट किया है।
अश्विनी वैष्णव ने एक्स पर साझा किया डाटा।
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने एक्स पर साझा किए गए डेटा के अनुसार, आज भारत में बन रहे 99.2% मोबाइल फोन ‘मेड इन इंडिया’ हैं, जो 2014 के मुकाबले 20% की ग्रोथ को दर्शाते हैं। इसमें उन्होंने बताया कि पिछले 9 सालों में इस इंडस्ट्री ने शानदार परफॉर्मेंस करते हुए भारत को विश्वभर में एक बड़ा नाम दिलाया है।
Mobile Industry की ग्रोथ ज़रूरी
वैष्णव ने इस ग्रोथ को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि यह न केवल घरेलू उत्पादन को मजबूती देता है, बल्कि विदेशी आयात पर भारत की निर्भरता को भी कम कर रहा है। इस संदर्भ में, गूगल ने पहले ही घोषणा की है कि वह भारत में अपने फोन का निर्माण करेगा और इसके साथ ही अन्य वैश्विक स्मार्टफोन ब्रांड्स भी भारत में असेंबलिंग कर रहे हैं।इस विज्ञान की ओर बढ़ते हुए, भारत में एप्पल के लेटेस्ट मॉडल iPhone 15 और 15 प्लस की असेंबलिंग का कार्य हो रहा है, और इससे लाखों ‘मेड इन इंडिया’ आईफोन बाजार में उपलब्ध हैं। इस सफलता के साथ, मोबाइल इंडस्ट्री ने दिखाया है कि भारतीय बाजार में स्वदेशी उत्पादों को समर्थन देने का समय आ गया है, जो देश की आर्थिक स्थिति में सुधार कर सकता है।
FAQs : Mobile Industry
भारत में कितने फोन का निर्माण हो रहा है?
मोबाइल फोन का संचयी उत्पादन 2 बिलियन यूनिट से अधिक हो गया है।
भारत की नंबर वन मोबाइल कंपनी कौन सी है?
भारतीय स्मार्टफोन मार्केट में चीनी ब्रांड Vivo ने सैमसंग को पछाड़ते हुए नंबर-1 की पॉजिशन हासिल कर ली है.
फोन बनाने में कौन बेहतर है इंडिया या चाइना?
स्थापित फैब्स (चिप्स और डिस्प्ले बनाने वाले संयंत्र) के साथ चीन का यहां दबदबा है।