भारतीय क्रिकेट टीम के सबसे तेज फील्डर, सबसे कम समय में ओवर पूरा करने वाले गेंदबाज और जरूरत पड़ने पर ताबड़तोड पारी खेलने वाले रवींद्र जडेजा अपना 34वां जन्मदिन मना रहे हैं। जडेजा का जन्म 6 दिसंबर 1988 में गुजरात के जामनगर में हुआ था। रवींद्र ने अपने ऑलराउंड प्रदर्शन से टीम इंडिया के टेस्ट, वनडे और टी-20 में जगह पक्की की है। फिलहाल वे चोट के चलते बाहर हैं लेकिन उनके जल्द ही ठीक होने की उम्मीद है। जडेजा को हर कोई एक मजबूत खिलाड़ी के रुप में जानता है लेकिन एक समय ऐसा भी था जब उन्होंने क्रिकेट को अलविदा कह दिया था।रविंद्र का एक समय ऐसा था पिता चौकीदारी और माँ भी छोड़ के चली गयी थी लेकिन उसने हिम्मत नहीं हारी और कड़ी मेहनत कर पाई सफलता
भारतीय क्रिकेट टीम के सबसे तेज फील्डर
भारतीय ऑलराउंडर के पिता अनिरुद्ध एक निजी कंपनी में चौकीदार थे। वो अपने बेटे को भारतीय सेना का अफसर बनाना चाहते थे, लेकिन रवींद्र का रुझान शुरू से ही क्रिकेट की ओर था। बचपन में वे अपने पिता से इस बात को लेकर काफी डरते भी थे।
साल 2005 में एक दुर्घटना में जडेजा की मां का निधन हो गया था। इस हादसे से जडेजा को इतना सदमा लगा था कि उन्होंने क्रिकेट लगभग छोड़ ही दिया था।
लेकिन बाद में उनके कोच की मदद से वे फिर से मैदान में उतरे और अपना जलवा बिखेर दिया।
सबसे कम समय में ओवर पूरा करने वाले गेंदबाज रविंद्र जडेजा
रविंद्र ने डोमेस्टिक क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन किया था जिसके बल पर उन्हें आईपीएल में खेलने का मौका मिला जिसमें उन्होंने अपनी गेंदबाजी और बल्लेबाजी से गदर मचा दिया और 2009 में उन्हें भारतीय टीम में शामिल किया गया।
वनडे में अपने पहले 4 सालों में ज्यादा कुछ नहीं कर पाए लेकिन इंग्लैंड में 2013 में हुई चैंपियंस ट्रॉफी में उन्होंने सबसे ज्यादा विकेट लिए और गोल्डन बॉल जीती,
जिसके बाद उन्होंने पीछे मुढ़कर नहीं देखा। जडेजा आज भारत की टेस्ट, वनडे और टी20 टीम का महत्वपूर्ण हिस्सा है।
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