विवेक अग्निहोत्री ने मशहूर फिल्ममेकर करण जौहर और बॉलीवुड सूपस्टार शाहरुख खान को एक बार फिर घेर लिया है। इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि इन दोनों सिनेमा ने देश की संस्कृति और संस्कार को नुकसान पहुंचाया है। उसे नुकसान हुआ है। साथ ही, उन्होंने वामपंथी सिद्धांतों पर भी चर्चा की है। न्होंने करण जौहर और शाहरुख खान की फिल्में भी निशाना साधा है। उनका दावा था कि उनके सिनेमा ने देश की सांस्कृतिक धरोहर को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचाया है।
विवेक अग्निहोत्री का विवादित बयान
“द कश्मीर फाइल्स” और “द वैक्सीन वॉर” से चर्चा में आने के बाद विवेक अग्निहोत्री अक्सर विवादित बयान देते हैं। वह फिल्मों और फिल्म उद्योग के लोगों के बारे में अपनी राय देते रहते हैं। इसलिए वे भी आलोचित होते हैं, लेकिन यह उन पर कोई असर नहीं करता। फिल्ममेकर ने एक इंटरव्यू में कहा कि उन्हें लोगों की बातों से फर्क क्यों नहीं पड़ता। साथ ही, उन्होंने करण जौहर और शाहरुख खान की फिल्में भी निशाना साधा है। उनका दावा था कि उनके सिनेमा ने देश की सांस्कृतिक धरोहर को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचाया है।
विवेक अग्निहोत्री ने दिए ट्रोल्स के जवाब
‘डीएनए’ कार्यक्रम में विवेक अग्निहोत्री ने अपनी ट्रोलिंग से लेकर सिनेमा पर चर्चा की है। विवेक अग्निहोत्री ने कहा कि वह उन ट्रोल्स से परेशान नहीं होता जो उनके पुराने ट्वीट्स को खोजकर लाते हैं और उन पर पाखंडी होने का आरोप लगाते हैं। वह लोगों को चॉकलेट का पैकेट देना चाहते हैं और उनका धन्यवाद देना चाहते हैं। क्योंकि उन्होंने कहा है कि वह बदल रहा है। विवेक अग्निहोत्री ने कहा, “जब आप 2024 या 2025 में दिल्ली फाइल्स के लिए मुझसे मिलेंगे, अगर मैं तब भी वही बातें कह रहा हूँ, तो मुझे खुद पर शर्म आनी चाहिए।” मैं ऐसी जीवनशैली नहीं चलाना चाहता, जहां मैं हर दिन बदल नहीं सकता। हर दिन कुछ बदलाव के साथ आता है। मैं स्थिर जीवन नहीं चाहता हूँ।”
शाहरुख खान और करण जौहर की फिल्मों ने भारत की संस्कृति को बदनाम किया
विवेक अग्निहोत्री ने कहा कि फिल्ममेकर्स ने भारतीय कहानियों को निराश किया है। साथ ही, उन्होंने कहा कि अमिताभ बच्चन के सुपरस्टार के रूप में आने के बाद, दीवार नहीं बल्कि शहंशाह के बाद से ही सिनेमा ने कोई भी वास्तविक कहानियां नहीं बताईं। भारत की संस्कृति और संस्कार को खासकर करण जौहर और शाहरुख खान की फिल्मों ने बहुत नुकसान पहुँचाया है। यही कारण है कि मेरा विचार है कि सच्ची और ईमानदार कहानियां बताना महत्वपूर्ण है।