नीम का सेवन करने से : नीम में एंटी फंगल पाए जाते है और शरीर में होने वाले फंगल संक्रमणों से बचाने में मदद करता है। नीम का सेवन करने से इन बीमारियों से छुटकारा मिलता है ।नीम का उपयोग इन बीमारियों के लिए इस्तेमाल करना चाहिए जैसे कि सर्दी खांसी के लिए ल्यूकोरिया, वजन घटाने के लिए बुखार में राहत, ओरल हेल्थ के लिए, त्वचा के लिए, रुसी के लिए किया जाता है।नीम की तासीर ठंडी होती है और यह एसिडिटी साइन में जलन और पाचन को सुधारने के लिए काफी प्रभावी औषधि है ।नीम का पेस्ट बनाकर मुँह में लगाकर से कील मुँहासे दूर होते है।
रोजाना काजू को खाली पेट खाने से अनेको फायदे
नीम का रस या जूस पीने से क्या फायदे होते है
- डाइजेशन में सुधार
- थकान में राहत
- खांसी और प्यास को दूर
- घाव को साफ और ठीक करने में सहायक
- यूटीआई और पेट के कीड़ो के लिए अच्छा
- मतली और उल्टी में राहत
- सूजन करने में मदद
नीम की पत्ती का सेवन करने से क्या होगा?
नीम की तासीर ठंडी होती है और यह एसिडिटी साइन में जलन और पाचन को सुधारने के लिए काफी प्रभावी औषधि है ।
नीम की पत्त्तियाँ पाचन तंत्र से हानिकारक विषाक्त पदार्थो को बाहर निकालकर पेट से जुडी समस्या को ठीक करने के मददगार होता है।
नीम कौन सी बीमारी में काम आता है
नीम के पत्त्तों का उपयोग कुष्ठ रोग के लिए किया जाता है इसके इस्तेमाल से नेत्र विकार ,नकसीर ,आंतो के कीड़े ,पेट की खराबी , भूख न लगना ,त्वचा के अल्सर ,ह्रदय और रक्त वाहिकाओं के रोगो (ह्रदय रोग ),बुखार ,मधुमेह ,मसूड़ों की बीमारी (मसूड़े की सूजन ),और जिगर के रोग के लिए आदि ठीक हो जाते है।
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