पापा क़र्ज़ में थे, तो बिटिया ने सम्भाली परिवार की ज़िम्मेदारी, स्कूल के बाद छुट्टी में बेचती मूंगफली, करती है गुज़ारा

पैसा कमाने और अपना पेट पालने के लिए ना जाने लोग क्या नहीं करते हैं। कभी वह ठेला लगाकर छोले कुलचे बेजते हैं। तो कभी किसी को आप ने सड़क पर सब्जी बेचते देखा होगा ,तो किसी बच्चे को हाथ में पेन लेकर बेजते हुए देखा होगा। ज्यादातर ट्रेफिक लाइट पर ऐसे बच्चे अपना पेट पालने के लिए और गुजारा करने के लिए काम करते हैं। लेकिन वही कुछ ऐसे बच्चे भी हैं जो अपनी पढ़ाई पूरी करने के लिए, और अपने घर वालों की आर्थिक सहायता करने के लिए काम करते हैं। फिर उन्हें न तो समाज का डर रहता है, और ना ही वह मेहनत करने से कतराते हैं। वह एक बार भी नहीं सोचते कि, समाज के लोग क्या कह रहे हैं। एक ऐसी ही कहानी आज हम आपको बताने जा रहे हैं, जो है विनीशा के बारे में।

विनीशा केरल की रहने वाली है। और अपने पापा का कर्जा चुकाने के लिए वह मूंगफली बेचती है।
विनीशा केरल की रहने वाली है। और अपने पापा का कर्जा चुकाने के लिए वह मूंगफली बेचती है।

कौन है विनीशा और क्या करती है?

विनीशा केरल की रहने वाली है। और अपने पापा का कर्जा चुकाने के लिए वह मूंगफली बेजती है। पहले उसकी मां ने काम क्या करती थी ।लेकिन स्वास्थ्य ठीक ना होने के कारण, विनीशा ही मूंगफली बेजती है। पूरे दिन जब भी उसको टाइम मिलता है ,वह अपना टाइम निकालकर मूंगफली बेजती है ।और अपने पापा का कर्जा उनके सर से उतारने में उनकी मदद करती है। विनिशा अभी 12वीं कक्षा की पढ़ाई कर रही हैं। वह अपनी पढ़ाई खत्म करने के बाद शाम 4 बजे से लेकर रात के 8 बजे तक ,ठेला लगाकर मूँगफली बेचती हैं। उसके बाद फिर वह रात में अपनी पढ़ाई करती हैं। यह काम विनीशा कई वर्षों से कर रही है। उसको यह काम करते हुए 4 साल हो गए। और इस काम से अच्छा खासा पैसा जुटा लेती है। और अपने पढ़ाई का भी खर्चा निकाल लेती है।

आर्थिक स्थिति ठीक ना होने के कारण पढ़ाई में आई रुकावट
आर्थिक स्थिति ठीक ना होने के कारण पढ़ाई में आई रुकावट

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 आर्थिक स्थिति ठीक ना होने के कारण पढ़ाई में आई रुकावट

विनीशा के पिता, ने अपनी बड़ी बेटी की शादी करने के लिए बहुत सारा कर्जा लिया था। जिसको चुकाने के लिए उन्हें बहुत ही ज्यादा काम करना पड़ता था। जिसकी वजह से वह विनिषा को नहीं पढ़ा सकते थे। लेकिन जहां चाहे वहां राह है।मनीषा अपनी पढ़ाई नहीं छोड़ना चाहती थी ।उसने अपनी पढ़ाई को जारी रखने के लिए मूंगफली बेचने का काम शुरू किया। उसे मूंगफली बेचने में कोई शर्म नहीं आती ।उसके जो दोस्त और समाज हैं मजाक उड़ाते हैं ,कि देखो वह मूंगफली बेच रही है। लेकिन उनका मानना है उससे कोई फर्क नहीं पड़ता। क्योंकि पढ़ाई इंसान को वह रास्ता देता है ,जहां से वह सफल हो सकता है। और अपनी जिंदगी को संवार सकता है। और आगे बढ़ सकता है। ऐसी छोटी-छोटी मुश्किलों को तय करके ही, तो इंसान ऐसी छोटी-छोटी मुश्किलों को पार करके ही तो इंसान सफल बनता है। एक अच्छा इंसान और समाज सुधारक बनता है। विनिशा की हिम्मत को सलाम है।

 विनिशा अभी 12वीं कक्षा की पढ़ाई कर रही हैं।
विनिशा अभी 12वीं कक्षा की पढ़ाई कर रही हैं।

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