हाथो की मेहँदी अभी उतरी भी नहीं थी, कि एक पैगाम आया कि, “पति शहीद हो गया”, देश की सेवा करते हुए ये जवान…

हमने अपनी इंडियन आर्मी के जवानो की शहादद की कहानियां तो अक्सर सुनी है। और ये भी जाना होगा, कि हमेशा ये भारतीय जवान देश के लिए तत्पर रहते है। और शुरू से ही अपने देश की रक्षा करते है। और इसी कारण से देश के लिए ये सबसे खास होते है। और एक अलग ही अहमियत रखते।है। लेकिन दुःख भी होता है, कि जब भी कोई इंडियन आर्मी का जवान शहीद हो जाता है। और हमे शायद कई बार ये एहसास करना ज़रूरी हो जाता है ,कि, ये सिर्फ एक परिवार की क्षति नहीं होती है, बल्कि ये पुरे देश के लिए एक क्षति होती है। क्योकि एक जवान सौ दुश्मनो को मारने की ताकत रखता है। क्योकि ट्रेनिंग के दौरान ही आर्मी के जवान का सीना फौलाद सा पत्थर बनाया जाता है। और इसी कारण उनका स्वाभाव हिम्मती हो जाता है। और ऊपर से देश सेवा करने का जस्बा ही इतना हो जाता है, कि, हर दुश्मन हार मान लेता है। और और आज हम जिस जवान की कहानी लेकर आये है। वो बेहद बेहद ही खास है। और बहादुरी से भरी है। उस जवान का का नाम है कुलदीप सिंह जी। जिनका प्लान चलाते हुए अचानक से क्रैश हो गया। और ये जवान देश के लिए शहीद हो गया। बता दे कि, इंडियन आर्मी चीफ जनरल बिपिन रावत का भी निधन इसी हादसे में हुआ था।

राजस्थान से है कुलदीप सिंह
राजस्थान से है कुलदीप सिंह

राजस्थान से है कुलदीप सिंह

बता दे कि, कुलदीप सिंह राजस्थान के झुंझुनू जिले के घरड़ाना खुर्द गांव से ताल्लुक रखते है। और सबसे खास बात तो ये है कि, कुलदीप को ये देश सेवा का जस्बा उन्हें उनके परिवार से ही विरासत में मिला है। और कुलदीप में भी देश सेवा के लिए खुद को सम्पर्पित किया है। और आज देश का ये लाल देश के लिए शहीद हो गया था। और इस हादसे में जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी भी थी, जिनका हादसे में निधन हो गया गया है।

दो साल पहले ही हुई थी शादी
दो साल पहले ही हुई थी शादी

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दो साल पहले ही हुई थी शादी

सबसे दुखद बात तो किसी भी महिला के लिए तब होती है, जब उसका पति इंडियन आर्मी में शहीद हो जाए।और उसे जीवन के सफर में ही यूँ ही बीच में छोड़ जाय। और ऐसा ही कुछ हुआ कुलदीप सिंह के साथ भी उन्होंने सिर्फ दो साल पहले ही मेरठ की यशवनी ढाका से हुआ थी। और उन्होंने देश सेवा के लिए शहादद कर दी। और पीछे छोड़ गए कुछ बिसरी यादें।

कुलदीप सिंह ने सिर्फ दो साल पहले ही मेरठ की यशवनी ढाका से हुआ थी
कुलदीप सिंह ने सिर्फ दो साल पहले ही मेरठ की यशवनी ढाका से हुआ थी

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