बिज़नेस शुरू करने का सपना कई लोगो का होता है। लेकिन किसी न किसी कारण वश वो बिज़नेस या फिर कम्पनी बंद करने की स्तिथि भी आजाती है। ऐसी ही कुछ सरकारी कम्पनियां भी होती है ,जो किसी न किसी कारणवश बंद हो जाती है। या फिर बंद करनी पड़ जाती है। लेकिन कुछ लम्बे समय के अंतराल के बाद वह खुल भी जाती है। आज हम एक ऐसी ही मिल की कहानी लेकर आये है, जो कि 26 जनवरी 1947 को नायर प्रेस सिंडिकेट लिमिटेड ने एक निजी उद्यम के रूप में की थी। और साल 2015 में इस कम्पनी को रेनोवेट करने के लिए बंद कर दिया गया था। लेकिन यही नेपा लिमिटेड कम्पनी का फिर से लोकार्पण भी किया जा चुका है।और जल्द ही इस कम्पनी के खुलने से रोज़गार के नए नए अवसर भी खुलेंगे। गरीब लोगो को भी रोज़गार मिलने की सम्भावना है। क्योकि इससे न सिर्फ उनका भला होगा , बल्कि उन्हें उनकी मेहनताना भी मिलेगा।
मध्य प्रदेश में स्थापित है ये नेपा लिमिटेड कम्पनी
सरकार की ये कम्पनी का का नाम है नेपा लिमिटेड। और ये मिल मध्य प्रदेश के बुरहानपुर में स्थापित है। जिसमे कागज़ बनाने का कार्य किया होता है। और अपने शुरुआती सालो में तो इस मिल ने बहुत विकास भी किया है , और अनुमान के अनुसार इस मिल की इंस्टॉल्ड क्षमता 88,000 टन सालाना थी। और अगर मिल के टर्न ओवर की बात करे, तो इसका टर्न ओवर 2015-16 में 72 करोड़ था। उसके बाद इस मिल की शक्ल वबदलने के लिये ये प्रयास किये गए था। और बाद में ऐसी उम्मीद भी आयी कि, शायद अब इस मिल का कार्य और तेजी से बढ़ेगा।
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लोगो को मिलेगा रोज़गार
इस nepaमिल के खुलने पर लगभग 310 मुख्य कर्मचारियों को काम पर रखा गया है। और अब उम्मीद है कि, गरीब लोगो को भी रोज़गार मिलेगा। जिसके बाद उनके जीवन में भी नए नए बदलाव आएगे।
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