विश्व में कई क्रिकेट लीग आयोजित किये जाते है। और आईपीएल ने भारत को कई सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी दिए है। लेकिन इन खिलाड़ियों के पीछे की सफलता के पीछे की कहानी काफी संघर्षपूर्ण है। और आज जो उनकी पहचान बनी हुई है। वो वाकई काबिले तारीफ है। ऐसे ही एक खिलाडी है हर्षल पटेल जी, जिन्हे कुछ समय पहले रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने 10.75 करोड़ रुपए में खरीदा था। और ये पहले ऐसे गेंदबाज़ है, जिन्हे खरीदने के लिए इतनी बड़ी और महंगी बोली लगाई गयी हो। उन्होंने न सिर्फ अपने जबरदस्त हुनर के दम पर रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर को बहुत से मैच जीतवाय है, बल्कि उन्होंने भारतीय क्रिकेट टीम का भी हिस्सा बनाया गया है। आज उन्होंने जो भी मुकाम हासिल किए है ,उसके पीछे की कहानी सुनकर चौंक जायेंगे। हर्षल पटेल ने काफी मुश्किल भरे दिन देखे। उन्होंने पाकिस्तानी परफ्यूम की दुकान में महज़ 1500 रुपए के लिए काम किया था।
पाकिस्तानी दुकान में किया काम
हर्षल पटेल ने महज़ 1500 रुपए के लिए एक पाकिस्तानी दुकान में काम किया है। वो दुकान थी परफ्यूम की। हर्षल बताते है कि उन्हें बिलकुल भी अंग्रेजी नहीं आती थी। और धीरे धीरे सीखकर उन्होंने अंग्रेजी सीख ही ली। और काम करने लगे। हालाकि उन्हें थोड़ी दिक्क्त ज़रूर हुई। लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और काम करते रहे। उस वक़्त वो अपने चाचा के साथ काम पर जाया करते थे। और उनके चाचा उन्हें जाते वक़्त दुकान पर छोड़ देते थे। उस वक़्त उनकी उम्र महज़ 17 साल ही थी।
खाने के भी नहीं होते थे पैसे
हर्षल पटेल के अंदर शुरू से ही क्रिकेट को लेकर एक जूनून था, जिसके कारण उन्होंने वापस भारत आकर क्रिकेट में जाने का निर्णय लिया। उस वक़्त उनके पिता ने कहा, कि मेरी इज्जत मत ख़राब मत करना। वो बाते हमेशा से हर्षल ने याद रखी। उस वक़्त वो रोज़ मोटेरा स्टेडियम जाते थे। और रोज अभ्यास करते थे। उस वक़्त उनके पास सैंडविच खाने के भी पैसे नहीं होते थे। क्योकि सैंडविच 15 रुपए का आता था ,और उन्हें मजबूरन 7 रुपए वाला सैंडविच लेना पड़ता था।
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आरसीबी के डेथ ओवर स्पेशलिस्ट बन चुके है हर्षल पटेल
हर्षल को अब तक का सबसे धुरंदर गेंदबाज़ माना जाता है। और उन्होंने अब तक के 2022 के मैचों में 32 विकेट लेकर अपने नाम डेथ ओवर स्पेशलिस्ट का ख़िताब अपने नाम कर लिया है। और उन्हें पर्पल कैप विजेता भी बनाया जा चुका है।
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