कहते है कि हुनर की कोई उम्र नहीं होती है, और आपकी उम्र कितनी भी हो, अगर आपके अंदर कुछ करने की इच्छा होती है, तो उसे एक न एक दिन पहचान ज़रुर मिलती है। आज हम जिस हुनर की बात यहाँ कर रहे है, उनका नाम है तिलक मेहता। जी हाँ, इन्होने 13 साल की उम्र में वो मुकाम ख़ासिल किया है, जो बड़े बड़े बुसिनेसमैन एक उम्र और अनुभव के बाद हासिल करते है। 13 साल के तिलक मेहता अभी सिर्फ कक्षा 8 में है। और उन्होंने करोड़ो की कम्पनी बनाकर एक इतिहास ही रच दिया है। जो वाकई ही काबिले तारीफ है। आखिर उन्होंने ऐसा क्या किया जो वो इतने फेमस हो गए है। और इतनी सी उम्र में करोड़पति बन गए है। और दुनिया के लिए मिसाल बन गए है।
पिता को परेशान देखकर आया ये आईडिया
तिलक जब कक्षा 8 में थे, वो रोज अपने पिता को घर आते हुए परेशान देखा करते थे। और वो ये सोचते है कि, वो अपने पिता की मदद कैसे करे। और ऐसा क्या करे कि, जिससे उनके पिता की कुछ मदद हो सके। वाकई पहले तो इस उम्र में ये ख्याल भी आना भी बहुत बड़ी बात है ,क्योकि इस उम्र में बच्चे अपने खेल और पढ़ाई के बारे में सोचते है। लेकिन तिलक ने अपने पिता की परेशानी को समझना और उनकी हेल्प करके के लिए आईडिया सोचने लगे। और वो तरह तरह के आईडिया और विकल्प क के बारे में सोचने लगे।
पिता से शेयर किया ये अनोखा आईडिया
तिलका ने अंत में एक आईडिया के बारे में सोचा। क्योकि, जिस दिन अपने पिता को परेशान देख रहे थे, उस दिन वो अपने पिता को अपना कुछ सामान लाने के बारे में नहीं बोल पाय। क्योकि दुकान बहुत दूर थी। बस इसी चीज़ का सलूशन निकालने के लिए उन्होंने एक ऐसे विकल्प के बारे में सोचा कि, हर कोई आसानी से घर बैठे हल्का फुल्का कोई सामान डिलीवरी के साथ मंगवा सके। और उन्हें सोचा पेपर एंड पार्सेल्स के बारे में। जो कि उनके पिता को भी बहुत पसंद आता था।
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तिलक मेहता डिब्बेवाला की मदद से शुरु किया काम
तिलक मेहता का कहना है कि, मैं इन डब्बा वाले को अच्छे से जानते थे। जिसके कारण वो उन्हें के डीलीवरी पार्टनर के रूप में चाहते थे। और उनसे बात की थी। तभी से उन्होंने इस आईडिया पर काम किया था। और आज तिलक मेहता सबसे कम उम्र के बिजनेसमैन के रूप में सर्व श्रेष्ठ उद्यमी के तौर पर भी चुना जा चुका है।
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