12 साल की उम्र में पिता के साथ करते थे दुकान पर काम, आज है खुद का रेस्टॉरेंट, लाखो नहीं कमाई है करोड़ो में

कहते है, कि अगर मेहनत सच्चे दिल से की जाए, तो सफलता मिलती जरूर है , भले ही थोड़ी देर हो सकती है। लेकिन सफलता आपके कदम ज़रूर चूमती है। और ये वाकई सच है ,सच्ची लगन और निष्ठा से हर चीज़ पायी जा सकती है। भले ही वो कुछ भी हो। आज हम आपको ऐसे ठेले वाले ही की कहानी बताने जा रहे है। जिनहोने भले ही एक वक़्त मे सड़क के किनारे खड़े होकर एक ठेले पर खाना बेचकर गुज़ारा किया हो। लेकिन अपने हाथो के हुनर को उनहोने तराशा।और आज वे एक अच्छे खासे बड़े रेस्टॉरेंट के मालिक है। और उनका नाम है सुरेश चिन्नास्वामी। जिन्होंने बहुत मेहनत से अपने सफलता के सफर को तय किया है। और आज वे सफलता के उच्च शिखर पर है। और उन्होंने महज़ 12 साल जी उम्र में सुरेश चिन्नास्वामी अपने पिता जी के साथ एक दुकान पर काम करना शुरू कर दिया था। और मेहनत करते हुए आज सफलता तक पहुंच गए है।

मध्यम परिवार से है सुरेश चिन्नास्वामी
मध्यम परिवार से है सुरेश चिन्नास्वामी

मध्यम परिवार से है सुरेश चिन्नास्वामी

सुरेश चिन्नास्वामी एक बहुत ही मध्यम परिवार से ताल्लुक रखते है। और उनके पिता जी एक सड़क किनारे दुकान पर काम करके अपने परिवार का गुज़ारा करते थे। और सुरेश भी उनका हर तरह से हाथ बटाते थे। और12 साल की उस उम्र में उन्होंने हर तरह से मेहनत करना सीख लिया था। जो वाकई बहुत हैरानी की बात है। उनके पिता की दुकान काफी पुरानी थी। और साल 1979 से उनके पिता ये दुकान चलाते थे।

सुरेश के पिता ने जी ने सुरेश के हाथो का हुनर देखते हुए उन्हें एक दूसरी दुकान दे दी थी।
सुरेश के पिता ने जी ने सुरेश के हाथो का हुनर देखते हुए उन्हें एक दूसरी दुकान दे दी थी।

पिता ने खोलकर दे दी दूसरी दुकान

सुरेश के पिता ने जी ने सुरेश के हाथो का हुनर देखते हुए उन्हें एक दूसरी दुकान दे दी थी। क्योकि सुरेश के पिता कहीं न सुरेश की काबिलियत को समझ चुके थे। और वे उनके हुनर को भी पहचान चुके थे। सुरेश जल्द ही अपनी खुद की दुकान सम्भालने लगे थे। और उस दुकान में नए नये तरीको से उस दुकान की आमदनी बढ़ाने लगे थे।

नौकरी भी की सुरेश ने और फिर "सेमीज़ डोसाकल"
नौकरी भी की सुरेश ने और फिर “सेमीज़ डोसाकल”

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नौकरी भी की सुरेश चिन्नास्वामी ने और फिर “सेमीज़ डोसाकल”

सुरेश ने अपनी दुकान के साथ साथ अपनी पढ़ाई भी पूरी की। और साथ ही उन्होंने ग्रेजुएशन की डिग्री भी पूरी की। और कुछ समय के बाद उन्होंने एक रिट्ज कॉर्टन नाम के एक होटल में शेफ की नौकरी भी मिल गयी। और उन्हें सच्ची खासी सैलरी भी मिलने लगी। “सेमीज़ डोसाकल” के नाम से उन्होंने कुछ समय बाद अपना खुद का एक रेस्टुअरेण्ट भी खोल लिया। जो की आज लाखो नहीं करोड़ो की कमाई कर रहा है।

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