जन्म गरीबी में हुआ लेकिन हर मुश्किल को हराया, कर्तव्य ईमानदारी से निभाया तो दुश्मनो ने 7 गोलिया मार दी, नहीं झुके, और बन गए आईएएस अफसर

आपने देश की सबसे कठिन परीक्षा यूपीएसी के बारे में ज़रूर सुना होगा। और हर साल कई हज़ार अभ्यर्थी इसके लिये आवेदन करते है। लेकिन सफलता कुछ ही हासिल कर पाते है। ऐसे में सफलता से पहले किया गया गया संघर्ष ओर भी खास हो जाता है। और उसे समझना भी मुश्किल हो जाता है। आज हम जिस संघर्ष से मिली सफलता की कहानी लेकर आये है। वह बहुत खास है। उनका नाम है रिंकू सिंह राही। जिन्होंने अपनी ज़िंदगी में बहुत संघर्ष झेला है। और उन्हें उनके ईमानदारी के काम करने की वजह से भी जेल तक जाना जाना पड़ा है। और यहाँ तक की उन पर गोलियां भी बरसाई गयी थी। लेकिन उन्होंने हर नहीं मानी थी। और रिंकू सिंह राही आज वो एक यूपीएसी अफसर है। और आगे बढ़ रहे है। आईये उनकी कहानी के बारे में जानते है।

ये बहादुर अफसर रिंकू सिंह जी अलीगढ के रहने वाले है।
ये बहादुर अफसर रिंकू सिंह जी अलीगढ के रहने वाले है।

अलीगढ से है रिंकू सिंह राही

बता दे कि ये बहादुर अफसर रिंकू सिंह जी अलीगढ के रहने वाले है। और बेहद ही गरीबी में इनका जन्म हुआ था। लेकिन बावजूद इसके उन्होंने खुद से ही लड़ते हुए हर मुश्किलों का सामना किया था। और आज वो एक अच्छे पद पर तैनात भी है , उन्होंने यूपीएसी में 683 वी रैंक हासिल करके सफलता हासिल की है। और एक नया इतिहास भी रच दिया है। रिंकू खुद भी हापुड़ में राजकीय IAS-PCS कोचिंग सेंटर के प्रभारी हैं। और उन्होंने स्वयं भी यूपीएसी पास करके एक मिसाल कायम की है।

यूपीएसी में आने से पहले रिंकू सिंह जी साल 2008 में एक पीसीएस अफसर के तौर पर तैनात थे
यूपीएसी में आने से पहले रिंकू सिंह जी साल 2008 में एक पीसीएस अफसर के तौर पर तैनात थे

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रिंकू सिंह राही घोटाले का किया था पर्दाफाश

यूपीएसी में आने से पहले रिंकू सिंह जी साल 2008 में एक पीसीएस अफसर के तौर पर तैनात थे। और उन्होंने पूरी ईमानदारी करते हुए अपनी ड्यूटी की है । लेकिन आज साल 2009 में उन्हे उनकी ईमानदारी के बदले मिली शरीर पर 7 गोलिया। उसका कारण था कि उन्होंने एक बहुत ही बड़े रिश्वत के घोटाले का पर्दा फाश किया था। और जिसके कारण उन्हें दुश्मनो में ने बदले की आग में गोलिया मार दी। वे गंभीर रूप से घायल हो गए हे। उनकी एक आँख की रौशनी भी जा चुकी है।

 रिंकू ने यूपीएसी की परीक्षा में न सिर्फ सफलता हासिल की ,बल्कि उसमे 683 वी रैंक भी हासिल की है।
रिंकू ने यूपीएसी की परीक्षा में न सिर्फ सफलता हासिल की ,बल्कि उसमे 683 वी रैंक भी हासिल की है।

सफलता पायी यूपीएसी में

साल 2018 में रिंकू ने सभी मुश्किलों को पार करके है आगे बढ़नी की सोची। और उन्होंने यूपीएसी की परीक्षा में न सिर्फ सफलता हासिल की ,बल्कि उसमे 683 वी रैंक भी हासिल की है। आज रिंकू सिंह सभी युवाओ के लिए एक मिसाल भी बन गए गए है।

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