वो सिर्फ 22 साल की थी जब उसकी शादी हो गयी। कभी नहीं सोचा था कि बिज़नेस कैसे करना हैं, कैसे खुद को स्टेबल करना हैं। और जब उम्र का ये पड़ाव 30 के पार चला गया तो सोचा कि अपने पैरो पर खड़ा होना हैं। कुछ करना हैं, क्या करना हैं, कैसे करना हैं, कुछ नहीं पता था, लेकिन खुद पर भरोसा था। आज एक पत्नी बन चुकी, एक माँ बन चुकी है। और हरीणी शिवकुमार अब एक बुसिनेसवमेन भी है। उनका नाम हैं हरीणी शिवकुमार जो कि कभी एक होम मेकर थी। और माँ बनने के बाद उनकी ज़िंदगी में एक ठहराव आ गया, क्योकि उनके बेटे को एक गंभीर बीमारी थी, जिसका इलाज ढूँढते ढूँढते वो एक बिज़नेस खडा कर पायी, और बन गयी एक सफल बिज़नेस वीमेन।
हरीणी शिवकुमार के बेटे को था डाउन सिंड्रोम
35 साल की हरिणी शिवकुमार की शादी 22 साल की उम्र में हो गयी थी। शादी के एक साल के बाद भार्गव का जन्म हुआ। भार्गव हरीणी का बेटा है, और हरीणी को डॉक्टर ने पहले ही बता दिया था कि उनके शिशु को डाउन सिंड्रोम था। लेकिन हरीणी को बिलकुल नहीं पता था कि ये कौन सी बीमारी हैं, या जन्म के बाद कौन कौन से कमियां आ सकती हैं। और मन में बहुत से सवाल उठ रहे थे। कि आखिर क्या हैं ये बीमारी। ये समझने में उन्हें बहुत समय लग गया, और उन्होंने अपने बेटे के इलाज के बीमारी पर काफी रिसर्च की और कारण जानने की कोशिश की।
हरीणी शिवकुमार ने बेटे की बीमारी की वजह से बनाया कोल्ड-प्रेस्ड साबुन
भार्गव की बीमारी को देखकर उसके कारणों की तलाश की करते करते, हरीणी ने घर पर ही रहकर ये देखा, कि उनके बेटे को खुशबु वाले साबुन से दिक्क्त होती थी। और इसके लिए हरीणी ने काफी ऐसे Soaps तलाश किये जिनमें खुशबु न हो। और इसके लिए उन्होंने खुद से ही वीडियो देखकर घर पर “कोल्ड-प्रेस्ड साबुन” बनाना शुरू किया, और बाकी बचे साबुनो को अपने आस पास ही बेचना शुरू किया, और उसका रिस्पांस भी काफी अच्छा आने लगा, और उसकी बढ़ती डिमांड को देखकर हरीणी शिवकुमार ने निर्णय लिया कि अब वो एक बिज़नेस शुरू करेंगी।
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फिर शुरुआत हुई पर्सनल केयर ब्रांड Earth Rhythm की
शुरू में तो हरीणी शिवकुमार ने जब कोल्ड-प्रेस्ड साबुन बनाती थी, तो वो अतिरिक्त साबुन को आस पड़ोस में बेचती थी। और रिस्पोंस बहुत अच्छा मिलने लगा, और फिर उन्होंने इंडिया सोप मेकिंग की शुरुआत की, और फिर बाद में शुरुआत हुई साल 2019 में की। जो की Ecocert 1991 से जो फ्रांस में स्थापित एक जैविक प्रमाणन संगठन है , से भी प्रमाणित हो चुका है। और अपने शुद्धता और पर्सनल केयर के लिए जाना जाता हैं।
हरीणी शिवकुमार के पिता का रहा अहम योगदान
हरीणी शिवकुमार ने अपने पिता की मदद से सबसे पहला हर्बल और जीरो अपशिष्ट वाला शैम्पू लांच किया, और फिर बाद में उन्होंने साबुन से लेकर शेम्पू और शेम्पू से लेकर स्किन सीरम और मॉइश्चराइजर प्रोडट्स भी लांच किये, जो 22-34 साल के पुरुषों और महिलाओं के लिए खासतौर से बने है।और कील मुँहासे, निर्जलित त्वचा, हाइपर पिग्मेंटेशन, डार्क सर्कल्स, एंटी-एजिंग जैसी समस्याओं को दूर करते हैं। और आज हरीणी का ये अर्थ रिदम का बिज़नेस 200 करोड़ के टर्न ओवर पर अग्रणी है।
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