बचपन से ही चली गयी थी आँखे, लोगो ने कहा, “ये अँधा है, इसे मरने दो”, दुनिया की परवाह किये बिना बनायीं पहचान, बना ली करोड़ो की कम्पनी

दुनिया में मुश्किलें बहुत आती है, लेकिन क्या हो अगर वो मुश्किल हमे जन्म में मिले तो ? इंसान बड़ा ही असहज और असहाय महसूस करने लगता है। और इन्ही के चक्करो में वो अपनी कमियों को ही पहचानना भूल जाता है। लेकिन अगर सही समय पर जाग जाये, तो फिर सफलता खुद चलकर आती है, और अपनी बन ही जाती है। कहानी आज एक ऐसे अंधे लड़के श्रीकांत भोला की, जिसे अंधापन जन्म से ही झेलना पड़ा, एक लम्बी लड़ाई लड़नी पड़ी, खुद को साबित करने के लिए ,लेकिन श्रीकांत भोला ने अपना अस्तित्व स्थापित कर ही लिया, और एक कम्पनी का मालिक भी बन गया। और अंधे होते हुए भी अपने जैसे कई लोगों को न सिर्फ रोज़गार दे राह है, बल्कि उनका जीवन भी संवार रहा है। उनका नाम है श्रीकांत भोला।

आंध्र प्रदेश में जन्मे श्रीकांत भोला
आंध्र प्रदेश में जन्मे श्रीकांत भोला

आंध्र प्रदेश में जन्मे श्रीकांत भोला

जन्म से ही दृष्टीबाधिता लेकर पैदा हुए श्रीकांत भोला, आज कई लाखों की कम्पनी के मालिक है। लेकिन किसे पता है कि इन्हे ये मुकाम हासिल करने के लिए बहुत से मुश्किलों का सामना करना पड़ा था। और उनका जन्म से ही अँधा होना सभी को खलता था। क्योकि श्रीकांत देख नहीं सकते थे, तो सभी को ये लगता था, कि ये कुछ नहीं कर सकता है। और उन्हें बहुत तानो का भी सामना करना पड़ता था। बल्कि उनके रिश्तेदारों ने तो ये तक कह दिया था, कि “इस अंधे को ऐसे ही ही मरने दो”, और तो श्रीकांत के माता पिता भी खुद को शापित मानते थे।

 सबने कहा “ये देख नहीं सकता, इसे मरने दो “

श्रीकांत भोला की इस कमी के कारण उसके लिए बहुत सी बुरी बाते कही गयी। रिश्तेदारों ने तो ये तक कह दिया कि “ये देख नहीं सकता, इसे ऐसे ही मरने दो”,लेकिन बस एक श्रीकांत की दादी ही थी, जो उसे बहुत प्यार करती थी। और उसकी मदद भी करती थी। जिससे उन्हें बहुत हिम्मत मिलती थी। श्रीकांत के माता पिता काफी गरीब थे, और किसानी करते थे जिस वजह से उनकी घर की स्तिथि बहुत खारब थी। और उन्होंने बचपन से ही अंधे होने का दंश झेला था। जिस वजह से उनका सभी मजाक बनाते थे।

श्रीकांत की कम्पनी में द्व्यंगत लोगों के लिए रोज़गार उपलब्ध है
श्रीकांत की कम्पनी में द्व्यंगत लोगों के लिए रोज़गार उपलब्ध है

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श्रीकांत भोला साल 2012 में बनायीं खुद की कम्पनी

श्रीकांत ने साल २-2012 में ‘Bollant Industries Pvt Ltd‘ की स्थापना की।
जिसमे उन्होंने कई तरीके से कमज़ोर लोगों को रोज़गार देने की ठानी। और ये कम्पनी एक ऐसी कम्पनी थी, जिसमे द्व्यंगत लोगों के लिए रोज़गार उपलब्ध है। और सिर्फ उन्ही लोगों को काम मिलता है, जो कमज़ोरी की वजह से सक्षम नहीं बन पाते है। और श्रीकांत के ये प्रयसों का ही नतीजा है, कि उनकी ‘Bollant Industries Pvt Ltd कम्पनी आज 70 लाख का मुनाफा कमा लेती है।

श्रीकांत ने साल २-2012 में ‘Bollant Industries Pvt Ltd‘ की स्थापना की।
श्रीकांत ने साल २-2012 में ‘Bollant Industries Pvt Ltd‘ की स्थापना की।

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