ज़िंदगी में कुछ परेशानियां ऐसी होती है, जो या तो खुद आजाती है। या फिर हमे शुरू से ही मिलती है। लेकिन कुछ मुश्किलें ऐसी होती है, जिनका सामना हमे लम्बे समय तक करना पड़ता है। लेकिन कुछ लोग दुनिया में ऐसे भी होते है , जो इन मुश्किलों का सामना हंसकर करते है। और जीवन में आगे बढ़ने की प्रेरणा बनते है। और हम बात कर रहे है परवेज़ अहमद हाज़म की परवेज अहमद हाजम ने एक घटना के कारण अपना एक पैर खोया है। और अपने एक पैर से ही स्कूल जाते है। और अपनी पढाई कर रहे है। और अहमद उन सभी लोगो के लिए एक प्रेरणा स्वरुप है , जो किसी न किसी कारण वश मुश्किलों से हार मानकर बैठे का जाते है। और उनका समाधान नहीं निकालते है। जिस कारण से हर किसी के लिए प्रेरणा बनना मुश्किल हो जाते है
14 साल के है परवेज अहमद हाजम
बता दे कि, परवेज अहमद हाजम नौगाम मावर गाँव के रहने वाले है। और परवेज़ सिर्फ 14 साल के है। लेकिन उनका होंसला और हिम्मत किसी बड़े व्यक्ति जैसी है। और इतनी सी उम्र में इतना बड़ा होंसला उनकी हिम्मत को दिखाता है। और वो न सिर्फ अपने एक ही पैर के बल पर स्कूल जाते है , बल्कि स्कूल की ओर भी क्रियाओ में भाग लेते है , और क्रिकेट भी खेलते है। और उनका स्कूल घर से करीब 2 किलोमीटर से भी ज्यादा की दूरी पर है। लेकिन वो ये दूसरी सिर्फ एक पैर के बल पर चलकर जाते है।
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2 साल की उम्र में खो दिया पैर
बता दे कि, जब परवेज अहमद हाजम सिर्फ 2 साल के थे, तो उन्होंने अपने एक पैर खो दिया था। किसी कारणवश उनका पैर जल गया था। जिसकी वजह से उन्हें अपना एक पैर गवाना पड़ा। और उन्हें एक ही पैर के शेयर ज़िंदगी काटनी पड़ी। जिसकी वजह से उन्हें इतनी सारी मुश्किलों का सामना करना पड रहा है। और उन्हें सरकार की तरफ से व्हीलचेयर तो मिली थी , लेकिन गाँव की सड़को की हालत कुछ ठीक नहीं है, जिसके कारण उन्हें गड्ढो की वजह से आने में दिक्क्त हो रही थी। और उन्हें एक ही पैर पर आना पड़ रहा था।
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