आज हम आपको एक ऐसी कहानी से रूबरू करवाने जा रहे है, जिन्होंने अपनी नौकरी के समय पर 50 हज़ार रुपए की रोज़ की कमाई किया करते थे, लेकिन एक दिन हालात ऐसे बदले कि उन्हें पायी-पायी के लिए मोहताज होना पड़ गया था, और जेब में मात्र 500 रुपए थे, और वो भी महीने में। उस शख्स का नाम है राहुल भटनागर, जिन्होंने अपनी लाइफ में कुछ ऐसे संघर्ष किये है, जिसे सुनकर आप हैरान हो जाओगे। क्योकि एक समय ऐसा था कि, जब वो 50 हज़ार रुपए रोज़ के कमाते थे, और एक वक़्त आया कि उन्हें पायी पायी के खर्चे के लिए मोहताज होना पद गया, ऐसा क्या हो गया कि उन्हें इतना परेशान होना पड़ गया।
उत्तराखंड से है राहुल भटनागर
बता दे कि राहुल भटनागर देहरादून के रहने वाले हैं। जो कि उत्तराखण्ड में हैं, और उनका जन्म 27 मई 1987 को देहरादून मे हुआ था। राहुल एक डिजिटल मार्केटर है। और एक डिजिटल उद्यमी है। Uprist Service Portal private limited और गीकोटेक के सह -संस्थापक है। और डिजिटल मार्केटिंग हेड है। और एक कुशल उद्यम के मालिक है, और डिजिटल प्लेटफार्म के मालिक है।
ऐसी रही शिक्षा राहुल भटनागर की
राहुल भटनागर ने अपनी शुरुआत पढ़ाई दून वैली पब्लिक स्कूल से की थी। और इसके बाद उन्होंने अपनी आगे की पढ़ाई यूनिवर्सिटी ऑफ़ पेट्रोलियम एंड एनर्जी स्टडी से की की। और इसके बाद राहुल IIT करने के लिए पुणे चले गए। और वहा पर अपना MBA पूरा किया।
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19 साल की उम्र में शामिल हो गए थे मार्केटिंग में
राहुल जब 19 साल के थे , तो और वो डायरेक्ट सेल्लिंग कम्पनी में शामिल हो गए थे, और उस 19 साल की उम्र में भी उन्होंने काफी अच्छा प्रदर्शन किया था , और इसके बाद उन्होंने काफी अच्छा खासा अनुभव ले लिया और शुरुआत की खुद की कप्म्पनी की। और उन्होंने साल 2012 में Uprist Service Portal Pvt नाम से Marketing & Event से संबंधित कम्पनी की शुरुआत की।
2015 में शुरू किया SAAS कम्पनी… लेकिन
राहुल भटनागर ने एक SAAS और प्रशिक्षण कंपनी Geeko Computech Pvt की भी शुरुआत की। जिसमें वो अपने जीवन को सृदृढ़ बनाने की ओर अग्रसर होने लगे। और आत्म निर्भर बन गए। और दूसरों को भी नौकरी देने लगे। लेकिन कुछ समय बाद उनका कुछ समय ख़राब हो गया, क्योकि कुछ समय के बाद उन्होंने कुछ समय बाद एक इवेंट ऑर्गनाइस किया। जिसमें उन्हें करीब 10 लाख का नुकसान हो गया। और वो 10 लाख के कर्ज़े में आ गए। और 50 हज़ार कमाने वाला युवक 500 पर महीना निकलना भी भारी पड़ गया।
राहुल भटनागर ने हार नहीं मानी और डटे रहे
राहुल भटनागर ने हार नही मानी, और वो डटे रहे, उन्होंने फिर से खुद की कम्पनी खड़ी की। और अपनी डिजिटल मार्केटिंग की टीम का निर्माण किया, और आज उनका ये रेवेनुए 5 करोड़ से ज्यादा का है।
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