हुनर की कोई उम्र नहीं होती है। और हुनर हर हाल में अच्छा होता है। और बेहतर होता है। इसी कारण से हम अक्सर कभी कभी ये नहीं समझ पाते है, कि छोटे बच्चे भी कई बड़े और हैरानी भरे काम कर सकते है। आज की कहानी भी कुछ ऐसे ही ही बच्चो की कहानी आपके लिए लेकर आये है। जिसे सुनकर आप हैरान रह जाएंगे। क्योकि इन बच्चो ने वो कारनामा करके दिखाया है , जिसे सुनकर आप भी हैरान रह जायेंगे। और सोच में पड़ जाएंगे कि क्या ऐसा सच में हो सकता है ?और वाकई में आपके पैरो तले से ज़मीन खिसक जाएगी । दरअसल झारखण्ड के गाँव के कुछ बच्चो ने मिलकर एक फाइटर प्लान बनाया है। और हमारे देश की आर्मी के लिए निर्माण किया है। जिसे देखकर यह हर कोई सकते में है। और ये सोच रहा है कि, इसे बनाने के लिए कितना हुनर चाहिए। आईये जानते है इन नन्हे हाथो से बनी फाइटर प्लेन की कहानी।
झारखंड के बच्चो की है ये है कहानी
बता दे कि, ये फाइटर प्लेन जिन बच्चो ने बनाया हम वे झारखण्ड के एक गाँव चाकुलिया के है। और इनमे देश भक्ति इस कदर बसी हुई थी, कि इन्होने आर्मी की मदद करने के लिए एक एक फाइटर प्लेन बनाया है, जो \वाकई में बहुत हेयरनु भरी बात है। क्योकि इस हुनर जकी दाद देनातो बनता है। ये विद्यार्थी छात्र झारखंड सरकार द्वारा संचालित स्वामी विवेकानंद आई टी आई कॉलेज चाकुलिया के है। और ये विद्यार्थी ने इतना बड़ा काम करके अच्छा किया है।
केवल 16 दिनों में बनकर तैयार हुआ है ये फाइटर प्लेन
सबसे खास बात तो ये है कि ये फाइटर प्लेन इन छात्रों ने सिर्फ 16 दिन में जी तोड़ मेहनत करके ये फाइटर जेट बनाया है। जो वाकई ही बहुत सराहनीय है। और उनके इस काम की तारीफ़ हर कोई कर रहा है। ये आईटी के छात्र भारतीय सेना की सहायता करने की नीयत से इस फाइटर प्लेन का निर्माण किया है। और ये छात्र किसी भी तरह से देश की आर्मी की सहायता करना चाहते है।