कभी एक वक़्त तक के खाने तक के पैसे नहीं होते थे पास, 100 रुपए से शुरू हुआ वो सफर ले गया 35 हज़ार करोड़ रुपए के सफर पर

जीवन में संघर्ष भी कितना आता जाता रहता है न, लेकिन मेहनत करने वाला जीत ज़रूर जाता है, इसलिए हमे हमेशा संघर्ष करते रहना चाहिए। क्या पता सफलता किस मोड़ पर आपके इंतज़ार में ही हो, इसलिए हमे निरंतर प्रयास करते रहना चाहिए। और लगन के साथ मेहनत करते रहकर काम करना चाहिए। यक़ीनन उसका परिणाम बहुत उम्दा होता है। और सब्र के साथ किया गया काम भी सुकून भरा होता है। और धैर्य के साथ किया गया कोई भी काम अच्छा होता है। वैसे जो भी व्यक्ति जो संघर्ष की सीढीयो पर मेहनत के साथ आगे बढ़ता है, वही सफलता हासिल करता है। और आज जिस शक्सियत से हम आपको रूबरू करवाने जा रहे है, वह कोई आम व्यक्ति नहीं है। उन्हें कई बार दो वक़्त की रोटी भी नहीं मिल पाती थी। और आज वो करीब 35 हज़ार करोड़ के मालिक है। और उनका नाम है गोविंदभाई ढोलकिया। जो कि आज एक मिसाल बन गए है।

गोविंदभाई ढोलकिया जी गुजरात के अमरेली के रहने वाले है
गोविंदभाई ढोलकिया जी गुजरात के अमरेली के रहने वाले है

गुजरात से है गोविंदभाई ढोलकिया

बता दे कि, गोविंदभाई ढोलकिया जी गुजरात के अमरेली के रहने वाले है। और इनका जन्म एक बहुत ही गरीब परिवार में हुआ था। और इन्होने बहुत से मज़बूरी भरे दिन देखे था। जिनके कारण इन्हे बहुत सी दिक्क्तों का सामना करना पड़ा था। लेकिन आज ये जो कुछ भी कर पाए है , वो सिर्फ अपने मजबूत होंसले और मेहनत के दम पर कर पाते है। कभी 100 रुपए से एक सफर शुरू किया था। और प्रयास बल पर इन्होने पर अपनी एक अलग ही पहचान बनायीं है। गोविंदभाई ढोलकिया बड़े परिवार में रहा करते थे। और लगभग 23 लोगों क साथ रहते थे।

काम की तलाश में घर से सिर्फ 103 रुपए गोविंदभाई ढोलकिया निकले थे।
काम की तलाश में घर से सिर्फ 103 रुपए गोविंदभाई ढोलकिया निकले थे।

काम की तलाश में पहुंचे सुरत

काम की तलाश में घर से सिर्फ 103 रुपए गोविंदभाई ढोलकिया निकले थे। उन्हें भी नहीं पता था, कि उनका ये सफर उन्हें एक दिन उंचाईओ की बुलन्दियो तक पहुंचायेगा। और उन्होंने गुजरात जाकर का काम सीखा। 6 महीने काम करते करते वो काफी तेज़ हो गए। और उन्हें काम भी अच्छे से आ गया। और उनके बाद में एक नौकरी भी मिल गयी।

दुकान की शुरुआत उन्होंने मात्र 5000 से की थी।
दुकान की शुरुआत उन्होंने मात्र 5000 से की थी।

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बदल गयी किस्मत

काम सीखने के बाद और नौकरी में अच्छे खासे अनुभव के बाद गोविंदभाई ढोलकिया ने अपनी खुद की एक दुकान खोल ली। और उस दुकान पर इन्होने बहुत मेहनत से काम किया। और इस दुकान की शुरुआत उन्होंने मात्र 5000 से की थी। इसी दौरान वो नवचंद्र कंपनी के शांतिभाई और नवनिभाई से भी मिले। और उनके बताये गए नक़्शे कदम पर भी चले। और देखते ही देखते उन्हें करीब 9 लाख का फायदा सिर्फ 4 महीनो में ही हो गया। और आज उनकी ये श्रीरामकृष्ण एक्सपॉर्ट्स कम्पनी 35000 करोड़ के टर्न ओवर में है।

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