परिवार का बोझ हल्का करने के लिए शुरू किया ठेला लगाना, लो आज आ गई है , गर्व दिलाने वाली बेटी , जिनके दुकान का नाम है डीएलएड परांठे वाली

आजकल महंगाई इतनी बढ़ गई है ,कि अगर पूरा परिवार किसी एक सदस्य पर रोजी-रोटी और कमाई के लिए निर्भर है तो, सही से एक टाइम का खाना भी नहीं मिल पाएगा। लोगों को अपना घर चलाने के लिए और एक अच्छी जिंदगी जीने के लिए परिवार के सभी सदस्य को काम करना पड़ रहा है। सबसे ज्यादा दिक्कतों का सामना तो आजकल की लड़कियों को करना पड़ रहा है। जो आगे पढ़ना चाहती हैं ,और अपने घर परिवार वालों पर बोझ भी नहीं बनना चाहती हैं। इसके लिए या तो वह सिलाई का काम कर लेती हैं, या फिर पार्लर में। तो कोई चाय का ठेला खोल लेती है, तो कोई मोमोस बेचने लग जाती है। आज हम एक ऐसी हिम्मत दार लड़की के बारे में बात करेंगे, जिन्होंने पढ़ाई को जारी रखा। और साथ साथ में काम भी किया। जी हां दोस्तों ,आज हम आपको जिनके बारे में बताने जा रहे हैं, इन्होंने काम करने के साथ-साथ अपने डीएलएड की पढ़ाई को पूरी की।और शिवानी प्रजापती अब यह अपनी दुकान का संचालन कर रही हैं। लोग इनके दुकान पर दूर-दूर से इनके पराठे खाने के लिए आते हैं ।यह अपने मां-बाप का बोझ ना बनकर आत्मनिर्भर बन बन गई हैं ।और उन्होंने दिखा दिया है कि ,बेटियां कभी किसी पर बोझ नहीं होती। और इनका नाम है शिवानी प्रजापती।

 शिवानी ने डीएलएड की पढ़ाई पूरी करने के बाद ही दुकान शुरु किया
शिवानी ने डीएलएड की पढ़ाई पूरी करने के बाद ही दुकान शुरु किया

कौन है यह डीएलएड परांठे वाली (शिवानी प्रजापती)?

हम बात कर रहे हैं झांसी स्थित, एक दुकान की जिसका संचालक शिवानी प्रजापति करती हैं। उन्होंने अपनी इस दुकान का नाम रखा है “D.el. ed पराठे वाली”। शिवानी ने डीएलएड की पढ़ाई पूरी करने के बाद ही दुकान शुरु किया। और उसका नाम अपनी पढ़ाई की डिग्री पर रखा। शिवानी को पढ़ने लिखने का बहुत शौक है। साथ ही साथ उन्हें अपने परिवार की जिम्मेदारी संभालने का भी आभास है। इसलिए उन्होंने अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद दुकान खोली और आज वह d.el.ed पराठे वाले के नाम से जानी जाती हैं।

आत्मनिर्भरता का सन्देश देती है शिवानी
आत्मनिर्भरता का सन्देश देती है शिवानी

इसे भी अवश्य पढ़े:-ये कोई सामान्य दीया नहीं है, कुछ घंटे नहीं, बल्कि 36 घंटो तक लगातर जलता है ये अनोखा दीया, इस कुम्हार ने बनाया है ये जादुई दीया

आत्मनिर्भरता का सन्देश देती है शिवानी

आजकल की बेटियां कभी भी अपने मां-बाप पर बोझ नहीं बनना चाहती है। आजकल की बेटियां अपने मां-बाप का नाम रोशन कर रही हैं ।और शिवानी प्रजापती अपने परिवार की आर्थिक स्थिति को संभालने में अपना हाथ बटा रही है ।अगर हमारे देश की बेटियों को ऐसे ही मौका मिलता रहे, उनके परिवार और समाज का साथ हो, तो जरूर हमारी बेटियां देश विदेश में अपना नाम बनाएंगी और हमारे देश का नाम रोशन करेंगी।

आजकल की बेटियां अपने मां-बाप का नाम रोशन कर रही हैं
आजकल की बेटियां अपने मां-बाप का नाम रोशन कर रही हैं

इसे भी अवश्य पढ़े:- ज़िंदगी के सफर में पति ने साथ छोड़ दिया, तो हो गयी थी डिप्रेशन का शिकार, बच्चो ने दी हिम्मत, तो वेट लिफ्टिंग में बन गयी गोल्ड मैडल चैंपियन

इस आर्टिकल को पढ़ने के लिए आपका आभार ,ऐसे ही दिलचस्प खबरों के लिए जुड़े रहिये समाचार बडी से, धन्यवाद !

Join WhatsApp Channel
Join WhatsApp Join Telegram