जीवन का संघर्ष कई बार जीवन जीने से भी ज्यादा मुश्किल हो जाता है। और हम ये सोच ही नहीं पाते है कि, मुश्किलों का हल कैसे निकाले। जबकि उसका हल अक्सर हमारे पास ही मिलता है। बस फर्क सिर्फ इतना है कि, हम कोशिश नहीं करते है। लेकिन कुछ लोग दुनिया में इतना मजबूत होंसला रखते है , कि जीवन की हल मुश्किल स्थिति में खुद को संभाले रखते है। और कोई न कोई समाधान निकाल ही लते है। वैसे हाल ही में बोर्ड की परीक्षा के परिणाम ज़ारी हुए है। जिसमे बहुत से होनहार बच्चो ने अच्छा प्रदर्शन किया है। और कई बच्चो ने टॉप करके अपने क्षेत्र का नाम रोशन किया है। उन्ही होनहार छात्र में से एक है राजस्थान की गोद में जन्मी सुहानी शक्रवाल की। जिन्होंने घर की ख़राब हालत में भी पढ़ाई की। और 10 वीं की बोर्ड की परीक्षा में 96 प्रतिशत मार्क्स लाकर प्रदेश का नाम रोशन किया है। और सुहानी शक्रवाल के पिता जी एक ऑटो रिक्शा चालक है। और उनकी माता जी एक ग्रहणी है। उन्होंने भी घर में दुसरो के कपडे धुलकर घर का खर्च चलाया है। और दोनों सुहानी को बहुत मेहनत से पढ़ाया है।
सुहानी शक्रवाल के पिता चलाते है ऑटो रिक्शा
बता दे कि, सुहानी शक्रवाल राजस्थान में जन्मी है। और बहुत ही गरीब परिवार से है। लेकिन उन्होंने अपनी गरीबी को कभी भी मजबूरी नहीं माना था। उन्होंने आगे बढ़ने की हिम्मत जुटाई है। और उन्हें पढ़ने की लगन तो शुरू से ही थी। और उन्होंने राजस्थान बोर्ड की परीक्षा में 96 प्रतिशत मार्क्स हासिल करके इतिहास ही रच दिया है। सुहानी के पिता जी पेशे से एक ऑटो चालक है। और इस तरह से उनके घर का घर का खर्चा चल पता है।
माँ ने खर्च के लिए धुले दुसरो के कपड़े
सुहानी के घर में एक समय ऐसा भी रहा है कि, उन्होंने भी कोरोना के समय पर घर का खर्च निकालने के लिए मुश्किलों का सामना किया है। यहाँ तक की उनकी माता जी ने दुसरो के कपडे तक धुलकर घर का खर्च चलाया है। और ऐसे में सुहानी शक्रवाल ने भी अपनी पढ़ाई में समय देने के बाद भी अपनी माता जी की मदद की है।
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सुहानी शक्रवाल हासिल किये 96 प्रतिशत मार्क्स
सुहानी की मेहनत का ही नतीजा है कि उन्होंने कक्षा 10 की राजस्थान बोर्ड की परीक्षा में न सिर्फ सफलता हासिल की, बल्कि 96 प्रतिशत नंबर लाकर टॉप भी किया। और सुहानी के पिता जी का कहना है कि, वे अपनी बेटियों को ओर भी सफल बनाएंगे।
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