जानवरो से इतना प्यार था, कि घर तक बेच दिया, आवारा कुत्तो को आसरा देने के लिए गाड़िया बेच दी, और सवार रहे है इनका जीवन

कई लोग इस दुनिया में जानवरो से बहुत प्यार करते है। और इतना प्यार भी करते है कि उन्हें आसरा तक देते है। और कुछ लोगों को उनकी यही बात बहुत खास बना देती है। और आज हम जिस शख्स की कहानी यहाँ लेकर आये है। उनके बारे में जानकार आप हैरान रह जाएंगे। क्योकि ये एक ऐसे शख्स है जिन्होंने कुत्तो को आसरा देने के लिए अपना खुद का आसरा ही दांव पर लगा दिया था। जी हाँ बिलकुल सच बात है ये। और आज के समय में कोई किसी जानवर को कुछ खाने को खाना ही देदे, ये भी बहुत बड़ी बात है। लेकिन इसी दुनिया में राकेश शुक्ला जी जैसे लोग भी है। जो कि इन बेज़ुबान जानवरो का जीवन भी संवार रहे है। और न सिर्फ उनका जीवन संवार रहे है। बल्कि उन्हें आशियाना देने के लिए अपना ही घर और गाडी बेच दी है। आईये जानते है इनकी कहानी।

2009 से शुरू किया ये कार्य
2009 से शुरू किया ये कार्य

2009 से शुरू किया ये कार्य

राकेश शुक्ला नाम के ये व्यक्ति ने कुत्तो को सहारा देने का काम साल 2009 में शुरू किया था। और उन्हें कुत्तो से इतना प्यार है कि, वो किसी भी आवारा कुत्ते को परेशान नहीं देख सकते है। और उसकी हर संभव सहायता करते है। चाहे फिर वो कोई आवारा सड़को पर घूमते हुए कुत्ते हो, या फिर आर्मी के द्वारा छोड़े गए कुत्तो हो, उन्हें भी अपनाते है। और उनका यही काम उन्हें सबसे ज्यादा विशेष बनता है।

डॉग फादर के नाम से फेमस हो चुके है राकेश शुक्ला
डॉग फादर के नाम से फेमस हो चुके है राकेश शुक्ला

डॉग फादर के नाम से फेमस हो चुके है राकेश शुक्ला

राकेश शुक्ला जी कुत्तो को सहरा देते बहुत फेमस हो गए हैं। और उन्होंने बहुत ही कम उम्र में कुत्तो को सहारा देना शुरू कर दिया था। और बहुत ही कम उम्र में उन्होंने एक छोटा सा कुत्ता लेकर आये थे। जिसे उन्होंने पूरी देखभाल करते थे। और उनके मन में शुरू से ही कुत्तो और जानवरो के प्रति लगाव था। जिसके कारण वो आज करीब 800 कुत्ते है। और 10 गाय भी है। और राकेश ने पत्नी के मना करने की वजह से अलग से एक ज़मीन सिर्फ इन बेजुबान  के लिए खरीदी थी। और आज वो उनकी देखभाल भी कर रहे है।

 राकेश शुक्ला ने बहुत ही कम उम्र में कुत्तो को सहारा देना शुरू कर दिया था।
राकेश शुक्ला ने बहुत ही कम उम्र में कुत्तो को सहारा देना शुरू कर दिया था।
Join WhatsApp Channel