सिर्फ 25 रुपए का उधार देने के लिए अमेरिका से लौटे ये भाई बहन, कुछ ऐसे निकाला मूंगफली वाले का पता

हमारे जीवन में एक न एक बार ऐसा समय आता है कि, हमे किसी ने किसी से उधार लेने की ज़रूरत होती है। जिसके कारण कई लोगो को उधारी याद रह जाती है। तो कई लोग किसी न किसी कारण याद रखकर भी नहीं चुका पाते है। लेकिन कुछ लोग ऐसे उसे भी होते है, कि उधार लेने के बाद उसे चुकाने के लिए कई मीलो की दूरी भी पार करके आ जाते है। और ये वाकई बहुत कम होता है, क्योकि आपमें और हममे से बहुत से ऐसे लोग होते है, जो उधार लेने के बाद उसे लौटाने के लिए शायद ही इतनी दूर वापस आए। और उधारी चुकता करे। लेकिन आज हम आपको जिस भाई बहन की कहानी सुनाने वाले है, वह काफी रोचक और दिलचस्प है। क्योकि इन दोनों भाई बहन ने कभी सिर्फ 25 रुपए की उधार मूंगफली खायी थी। और उस उधारी को चुकाने के लिए न सिर्फ अमेरिका से भारत आये, बल्कि उन्होंने उन 25 रुपयों को 25 हज़ार रुपेय देकर अदा किया।

 भाई बहन नेमानी प्रणव और सुचिता ने साल 2010 में ली थी मूंगफली उधार
भाई बहन नेमानी प्रणव और सुचिता ने साल 2010 में ली थी मूंगफली उधार

साल 2010 में ली थी मूंगफली उधार

बता दे , कि साल 2010 में एक NRI भाई बहन नेमानी प्रणव और सुचिता अपने पिता मोहन के साथ आंध्र प्रदेश के यू कोथापल्ली बीच पर घूमने आयी थी। जहाँ पर उन्हें कुछ खाने पीने का मन किया। लेकिन तभी उन्हें एक मूंगफली वाला दिखा। और उन्होंने उससे मूंगफली लेली। लेकिन उस वक़्त उनके पास पैसे नहीं थे, तो उन्होंने उधार लेने के लिए सोची। और मूंगफली वाले ने भी बड़ी ही विनम्रता से मूंगफली दे दी। और उस भाई बहन ने याद के लिए उस व्यक्ति की फोटो भी खींच ली थी। लेकिन किसी कारणवश उन दोनों भाई बहनो को जल्द ही अमेरिका लौटना था। तो वे निकल गए।

12 साल बाद आकर लौटाई उधारी
12 साल बाद आकर लौटाई उधारी

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12 साल बाद आकर लौटाई उधारी

आखिर 12 साल के बाद नेमानी प्रणव और सुचिता को वापस आना था। और उन्होंने मूंगफली वाले का उधार लौटाने का फैसला किया। लेकिन इतने समय बाद उन्हें ढूंढ़ना मुश्किल था। लेकिन उन्होंने उस मूंगफली वाले को ढूंढ़ने के लिए काकीनाडा शहर के विधायक चंद्रशेखर रेड्डी से सम्पर्क किया। और उनकी विशेष प्रार्थना पर विधायक ने भी उनकी खोज शुरू करवा दी। और उनकी मदद से उन्हें मूंगफली वाले जिनका नाम सत्तैया था, को ढून्ढ ही निकला। लेकिन परिवार से मिलने पर उन्हें पता चला कि, सत्तैया की मौत हो चुकी है, और वो दोनों भाई बहन बहुत दुखी हुए। और उन्होंने उनके परिवार को 25 हज़ार रुपए दिए।

 साल 2010 में ली थी मूंगफली उधार
साल 2010 में ली थी मूंगफली उधार

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