बस कंडक्टर की इस बेटी ने माँ के हुए अपमान का कुछ ऐसे लिया बदला, बदले के लिए बन गयी आईपीएस अफसर

बहुत से लोग अपने कभी कभी हुए अपमान का बदला या तो उसी वक़्त उसी अंदाज़ में ले लेते है। और कई लोग अपने कहीं पर हुए अपमान का बदला बहुत सोच समझकर सही समय आने पर लेते है। और वो सही समय या तो कोई बहुत मेहनत से लाता है या फिर संघर्ष लेकर आजाता है। आज की कहानी एक ऐसे ही बदले की शालिनी अग्निहोत्री !,जिसने उस लड़की का जीवन ही बदलकर रख दिया। यहाँ पर बात हो रही है। शालिनी अग्निहोत्री की। जो कि एक बस कंडक्टर की बेटी है। और उन्होंने एक बार बस में हुआ अपनी मां के अपमान का बदला कुछ ऐसे लिया, कि वो एक प्रेरणा बन गयी। गई आईये जानते है कि ऐसा क्या हो गया कि, ऐसी कौन सी घटना हो गयी कि शलिनी की ज़िंदगी बदल गयी।

शालिनी ने बिना अपने माता पिता को बताए तैयारी की।
शालिनी ने बिना अपने माता पिता को बताए तैयारी की।

कुछ ऐसी थी वो घटना

शालिनी अग्निहोत्री की ज़िंदगी में ये घटना ने उनका जीवन बदल दिया था। दरअसल एक बार उनकी माता और शालिनी बस में सफर कर रहे थे। कि तभी एक व्यक्ति ने उनकी माँ की सीट के पीछे हाथ रखा हुआ था। और शालिनी को ये बात बिलकुल पसंद नहीं आयी। और उसने उस आदमी को बार बार मना करने पर भी वह नहीं माना। और उस आदमी ने शालिनी से कहा कि “तुम्हारी बात क्यों माने, तुम कहीं के DC लगी हो क्या?” ये बाते शालिनी के के मन में घर कर गयी। और शालिनी ने तभी ठाना की वो ज़रूर कुछ करेंगी।

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शालिनी अग्निहोत्री हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले के एक छोटे से गांव ठठ्ठल की रहने वाली है
शालिनी अग्निहोत्री हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले के एक छोटे से गांव ठठ्ठल की रहने वाली है

हिमाचल की रहने वाली है शालिनी अग्निहोत्री

शालिनी अग्निहोत्री हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले के एक छोटे से गांव ठठ्ठल की रहने वाली है। और उन्होंने बिना अपने माता पिता को बताए तैयारी की। और अपनी कड़ी मेहनत से तैयारी करके आईएएस अफसर बन गयी। और आज भी इस प्रतिष्ठित पद पर कार्यरत है। वो पढ़ाई में भी शुरू से ही अच्छी थी। और शुरू से कुछ अलग करना चाहती थी। और बस में हुई उस घटना के बाद से उनका इरादा बदल गया है।

शालिनी अग्निहोत्री राष्ट्रपति के हाथो किया गया पुरुस्कृत

शालिनी अग्निहोत्री के द्वारा किये गए कई बहादुरी भरी कार्य के स्वरुप उन्हें राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के द्वारा सम्मानित किया गया है। और साथ ही उन्हें बेस्ट ट्रेनी के रूप में भी सम्मानित किया गया है। आज वो भले ही एक बस की घटना में उस अनजान व्यक्ति के दिए तानो के कारण इतनी सफल हो। लेकिन उन्होंने अपनी कड़ी मेहनत से ये सफलता हासिल की है।

शालिनी को राष्ट्रपति के हाथो किया गया पुरुस्कृत
शालिनी को राष्ट्रपति के हाथो किया गया पुरुस्कृत

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