आज देश में ऐसे बहुत से युवा है, जो यूपीएसी की तैयारी करते है। क्योकि ये परीक्षा किसी तपस्या से कम नहीं होती है। इसीलिए इसमें बहुत सा धैर्य की ज़रूरत पड़ती है। और हर साल कई लाखो युवा प्रतिभागी इस परीक्षा की तैयारी करते है। और अक्सर ये भी सुनने में आता है, कि कई लाख प्रतिभागी इस परीक्षा में भाग लेते है। और सिर्फ कुछ हज़ारो का चयन इसमें हो पाता है। और उसमे से भी कुछ 700 या 800 लोग ही आगे बढ़ पाते है। और इस बात से हर प्रतिभागी डरता भी है। क्योकि ये परीक्षा वाकई ही बहुत कठिन होती है। और क्योकि इसका सिलेबस ही इतना बडा होता है। कि इसे समझना भी बहुत बड़ी बात है। लेकिन कुछ लोग राधिका गुप्ता से भी होते है , जो इसके पैटर्न को अच्छे ढंग से समझकर परीक्षा को एक बार नहीं बल्कि दो बार भी इस परीक्षा को पास कर चुके है।
मध्य प्रदेश से है राधिका गुप्ता
बता दे कि, इस यूपीएसी की परीक्षा को दो बार पास करने वाली राधिका गुप्ता है। और राधिका गुप्ता एक साधारण परिवार में जनमी है। और उनके पिता एक किराने की दुकान चलाते है। राधिका मध्य प्रदेश के छोटे से शहर अलीराजपुर में पली बड़ी है। और ये एक ऐसे इलाके से आती है जहाँ की साक्षरता दर बहुत कम है। और उनके कहे अनुसार वहां की साक्षरता डर 36.10 फीसदी है। जो कि बहुत कम है। और राधिका ने भी पढ़ाई के महत्व वह पर शिक्षा की कमी से ही जाना।
समझा शिक्षा के महत्व को
राधिका गुप्ता एक ऐसे इलाके में पली बड़ी है ,जहाँ की साक्षरता दर वाकई बहुत कम है। अंदाज़े के साक्षरता दर 36.10 फीसदी है। जिसकी वजह से राधिका ने भी शिक्षा के महत्व को समझा था। और उन्होंने इंजीनियरिंग के दौरान यूपीएसी की तैयारी करने की ठानी थी। और अंत में उन्होंने अपनी मेहनत से सफलता को प्राप्त कर ही लिया।
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दो बार पास की थी यूपीएसी की परीक्षा
राधिका गुप्ता शुरू से ही पढ़ाई में होशियार रही थी। और उन्होंने पूरी मेहनत से इस परीक्षा की तैयारी की थी ,जिसके कारण उन्होने यूपीएसी की परीक्षा पास तो कर ली थी ,लेकिन उनकी रैंक अच्छी नहीं आ पायी। जिसके कारण रेलवे सर्विस मिली थी। वो नाखुश थी ,इसलिए उन्होंने दोबारा प्रयास करने की ठानी, और न सिर्फ उन्होंने परीक्षा को पास किया, बल्कि परीक्षा को पास करके उसमे सफलता हासिल की। और आईएएस के पद के लिए चुनी गयी।
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