27 साल की उम्र में लिया कठोर फैसला, परिवार को मुसीबत में देख छोड़ दी पढ़ाई, घर लौटकर संभाला परिवार का बिज़नेस, और बन गए श्रेय बंसल एक नई हस्ती

हमे सफलता से पहले बहुत सी चुनौतियो का सामना करना पड़ता है। क्योकि सफलता का मुकाम आपको ज़िंदगी के हर खुशी के पास ले जाता है। और किसी ने सही ही कहा है कि जब मंज़िल की ठान ही ली तो, फिर मुश्किलों से क्या डरना। और एक कहावत भी बहुत मशहूर है कि जब सोच ही लिया, कि उड़ान भरनी है, तो फिर आसमान का कद क्यों आंकना। और समाज के कुछ ऐसे उदाहरण भी है, जिनकी कहानियां आपको बहुत प्रेरित कर देगी। और आज हम भी आपके लिए एक ऐसी ही प्रेरणादायक कहानी लेकर आये है, जिसमे आपको संघर्ष के साथ साथ मेहनत के रंग भी देखने को मिलेंगे। ये कहानी है, नेपाल में जन्मे श्रेय बंसल की, जिन्होंने अपने परिवार को मुसीबत में देखकर एक कठिन फैसला लिया। और उनका साथ दिया। और अब श्रेय बंसल नाम का ये युवक अपनी एक खासा पहचान बना चुका है। और श्रेय बंसल अच्छा खासा मुनाफा कमा रहे है।

श्रेय बंसल के दादा जी एक बड़ी काली इलायची का व्यापार भी करते थे
श्रेय बंसल के दादा जी एक बड़ी काली इलायची का व्यापार भी करते थे

श्रेय का परिवार नेपाल से पश्चिम बंगाल आ गया।

बता दे कि श्रेय बंसल का परिवार अच्छे जीवन के लिए साल 1989 में नेपाल से पश्चिम बंगाल आ गया। और वही पर उन्होंने एक नए जीवन की शुरुआत की। जहाँ पर श्रेय के दादाजी ने कई चीज़े बेचकर घर का खर्च चलाया, लेकिन उनका इससे कोई खास फायदा नहीं हो रहा था। जिसमे उसके दादा जी एक बड़ी काली इलायची का व्यापार भी करते थे। और नेपाल से इलायची मंगवाकर बेचते थे। और उन्होंने दिल्ली के व्यापारियों से भी सम्पर्क किया। और इसी तरह से उन्होंने शुरूआत की “बंसल बिग ब्लैक इलायची”।

श्रेय का ये इलायची बिज़नेस एक ब्रांड बना चुका है
श्रेय का ये इलायची बिज़नेस एक ब्रांड बना चुका है

श्रेय बंसल के सपने कुछ और थे

आज एक नाम बन चुके श्रेय बंसल के सपने शुरू से कुछ और ही थे। वो फेमिली के बिज़नेस में कोई रूचि नहीं रखते थे। और उन्होंने अपनी पढ़ाई पूरी करते हुए बंगलोरे में बिज़नेस मैनेजमेंट से ग्रेजुएशन करने चले गए। लेकिन इसी बीच में उनके घर की हालत भी कुछ ठीक नहीं चल रही थी। जिसकी वजह से उन्हें बहुत परेशानियां हुई ,उन्होंने बंगलोरे में एक कैफ़े भी खोला ,जिससे की वो कुछ पैसा कमा सके। लेकिन बहुत जल्द ही वो कैफ़े न चलने की वजह से बंद करना पड़ गया।

श्रेय के दादा ने शुरुआत की "बंसल बिग ब्लैक इलायची"
श्रेय के दादा ने शुरुआत की “बंसल बिग ब्लैक इलायची”

इसे भी अवश्य पढ़े:-समाज ने किन्नर होने की वजह तो ठुकराया ही, लेकिन जन्म देने वाली माँ ने भी धिक्कार दिया, कठिन मेहनत से बना देश का पहला …

 संभाला परिवार का बिज़नेस

कुछ समय के बाद श्रेय बंसल का परिवार का बिज़नेस घाटे में जाने लगा। जिस कारण सिर्फ घर का खर्च ही चला पाता था। इसलिए जब ये सब श्रेय को पता चला, तो उन्होंने सब कुछ छोड़कर घर आने का फैसला लिया। और वापस लौटकर उन्होंने कई कड़े और कठोर फैसले किये। उन्होंने रिश्तेदारों से बहुत क़र्ज़ ले लिया। और उसके बाद अपने तरीके से कुछ नए बदलाब करके बिज़नेस संभाला। और आज उनका ये बिज़नेस एक ब्रांड बना चुका है। और करोड़ का मुनाफा भी कर चुका है।

इसे भी अवश्य पढ़े:-IIT कर रहे, बिहार के ये छात्र बेच रहे है चाय, चला रहे है अनोखा चाय स्टाल, नाम है IITian चायवाला

ऐसे ही दिलचस्प किस्से जानने के लिए जुड़े रहिये समाचार बडी के साथ, और हमारे फेसबुक पेज को फॉलो करना न भूले

Join WhatsApp Channel
Join WhatsApp Join Telegram