12 साल की थी, जब बाबा ने ब्याह करवाया, ससुराल बन गया था पिंजरा, मुंबई आकर बनायीं पहचान, आज बन गयी है 2000 करोड़ की मालकिन

आजकल की ,महिलाओँ में अपने आप के अस्तित्व के निर्माण के लिये संघर्ष करती है। और एक पहचान स्थापित करती है, किसी के लिए ये संघर्ष इतने बड़े हो जाते है कि, पहचान बनाने में बरसो भी लग जाते है। आज हम आपको एक बिज़नेस वुमन कल्पना सरोज की कहानी बताने वाले है, जिनका 12 साल की उम्र बाल विवाह हो गया था। और कुछ समय के बाद वो अपने पिता के साथ मुंबई आ गयी थी। और वही आकर पहचान बनायी थी , और बना डाली 2000 रुपेय की कम्पनी। एक पिंजरा जैसा लगने लगा था। इसलिए वो परेशान रहकर अपने पिता के साथ आ गयी थी। और मुंबई आकर पहचान बनायीं थी , क्योकि किसी भी लड़की के लिए इतनी कम उम्र में शादी होना बहुत बड़ी बात है। लेकिन कल्पना सरोज 12 साल की उम्र में शादी होना बहुत बड़ी बात है।

12 साल की उम्र म हो गया था विवाह
12 साल की उम्र म हो गया था विवाह

12 साल की उम्र में हो गया था विवाह

बता दे कि, कल्पना सरोज जो की आज एक नाम बन गयी है, उनके लिए सबसे बड़ी बात है, कि उनकी शादी इतनी कम उम्र में महज़ 12 साल की उम्र में हो गयी थी। और उन्हें ससुराल में बहुत तरह से प्रताड़ित किया गया है। और उन्हें हर तरह के ताने भी सुनने पडते थे। और उन्हें उनके बाल तक को लेकर ताने सुनने पड़ते रहे। और ऐसा तक कहा जाता है कि, जब कल्पना सरोज जी जब बाल बांधती थीतो उन्हें उनकी सास बोलती थी कि, कहा पर नाचने जा रही है। यहाँ तक के ताने सुनने पड़ते थे।

शादी के छह महीने बाद जब उनके पिता जब उनसे मिलने आए, तो कल्पना सरोज जी रोने लगी।
शादी के छह महीने बाद जब उनके पिता जब उनसे मिलने आए, तो कल्पना सरोज जी रोने लगी।

पिता जब गए मिलने

शादी के छह महीने बाद जब उनके पिता जब उनसे मिलने आए, तो कल्पना सरोज जी रोने लगी। की सारी व्यथा सुनाई। और उन्होंने ये भी बताया क़ि, उन्हें सुसराल में पढाई तक के लिए मना कर दिया गया था , और उन्हें बहुत तरफ से प्रताडित किया गया था , जिसके बाद उनके पिता ने उन्हें समझाया, और उन्हें समझाकर करके अपने साथ घर ले आये।

मुंबई वापस आकर कल्पना सरोज ने एक नौकरी भी की।
मुंबई वापस आकर कल्पना सरोज ने एक नौकरी भी की।

इसे भी अवश्य पढ़े:-कभी कर्ज़ा लेकर शुरू किया था काम, मेहनत करके खुद को संवारा, और खरीदा 100 करोड़ का हेलीकाप्टर, और बन गए 18 हज़ार करोड़ के

मुंबई आकर बनायीं किस्मत

मुंबई वापस आकर कल्पना सरोज ने एक नौकरी भी की। जिसमे उन्हें महज़ 60 रुपए तक के लिए नौकरी करने लगी। और यकीन उन्होंने जल्द भी नौकरी के बाद 50 हज़ार का लोन लेकर कुछ खुद का काम शुरू किया। और आज वो 2000 करोड़ रुपए का बिज़नेस खडा कर चुकी है।

इसे भी अवश्य पढ़े:-जिस दफ्तर में माँ करती थी झाड़ू लगाने का काम, उसी दफ्तर में बेटा बनकर आ गया SDO अफसर, दिल को छू लेने वाली कहानी है मनोज की

ऐसे ही दिलचस्प किस्से जानने के लिए जुड़े रहिये  समाचार बडी के साथ, और हमारे फेसबुक पेज को फॉलो करना न भूले

Join WhatsApp Channel
Join WhatsApp Join Telegram