Earthquake Alert System : आपको बता दे की भारत में जल्द ही अर्थक्वेक अलर्ट सिस्टम काम करने लगेगा। इसकी घोषणा 2020 में ही कर दी की गई थी, लेकिन पूरे 3 साल बाद अब भारत में प्रस्तुत की गई है। गूगल ने एक ब्लॉग पोस्ट में घोषणा की है कि वह राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) और भूकंप विज्ञान केंद्र (NCS), पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के साथ मिलकर Android earthquake alert system को लॉन्च करने जा रहा है। भूकंप एक सामान्य प्राकृतिक आपदा है, लेकिन बचाव के लिए इस तरह के earthquacke alert system समय रहते जीवन और संपत्ति की सुरक्षा में महत्वपूर्ण भाग निभा सकता है।
कैसे काम करेगा भूकंप अलर्ट सिस्टम।
आपको बता दे की इसके अंतर्गत Android स्मार्टफोनों में कुछ ऐसे अंतर्निहित सेंसर्स लगाए जायेंगे, जिन्हें एक्सेलरोमीटर के रूप में जाना जाता है।एक्सेलरोमीटर छोटे से सेस्मोमीटर के रूप में कार्य कर सकते हैं। गूगल ने उल्लिखित किया है कि जब किसी प्लग-इन और चार्ज हो रहे Android फोन ने भूकंप की प्रारंभिक झटके को महसूस किया जाता है तो यह डेटा एक केंद्रीय सर्वर को भेजा जाएगा। यदि एक ही क्षेत्र में कई फोनों से यही झटके महसूस होते हैं , तो सर्वर खुद आने वाले भूकंप की सभी जानकारी के साथ का पता लगा लेता है। जैसे कि इसका उपकेंद्र और मात्रा। इसके बाद, पास के Android उपकरणों को अलर्ट्स भेजता है। इन अलर्ट्स को और भी ज्यादा User friendly बनाने के लिए इस तरह से डिज़ाइन किया गया है की यह भिन्न भिन्न भाषाओं में उपलब्ध है
कौन कौन से Android phones में देंगे अर्थक्वेक अलर्ट।
यह अर्थक्वेक अलर्ट फीचर Android 5 डिवाइस के साथ आने वाले हैं। और इसके लिए उपयोगकर्ताओं के पास वाई-फाई या सेल्यूलर डेटा कनेक्टिविटी होनी चाहिए और साथ ही उन्हें सुनिश्चित करना होगा कि Android भूकंप अलर्ट और लोकेशन दोनो ही सेटिंग्स में सक्षम हैं। उन लोगों के लिए जो इन चेतावनियों को प्राप्त नहीं करना चाहते, उनके पास डिवाइस सेटिंग्स में भूकंप अलर्ट्स को बंद करने का एक विकल्प है।