आमलकी एकादशी व्रत ज़रा ध्यान से , वर्षों बाद बना हे ऐसा खास संयोग!!

आमलकी एकादशी व्रत होली से पहले विशेष प्रभाव और ईश्वर प्राप्ति के लिए विशेष योग वाला समय हे जो होलिका उत्सव की शुरुआत का त्यौहार भी हे यह अनूठा त्यौहार भगवान् विष्णु की उपासना का त्यौहार हे।हिन्दू देवी देवताओं पर वर्ष में बहुत से दिन दिवस ऐसे हैं जिनका बहुत महत्व हे और इन्हें विशेष फलदायी माना जाता हे इन्ही में से आमलकी एकादशी जो भगवान् विष्णु को समर्पित हे इसका विशेष महत्व हे ख़ास तोर से लोकप्रिय इसलिए अधिक हे क्योंकि भगवान् विष्णु की पूजा के सारे विधान सात्विक हैं जो आस्थावान लोगों सर्वाधिक पसंद विधि हे।

यह एकादशी कुछ विशेष हे

आमलकी एकादशी व्रत में आंवले के पेड़ का पूजन होता हे माना जाता हे कि भगवान् का अश्रु गिरा था जिससे आंवले के पेड़ का निर्माण हुआ था जिस कारण इसकी पूजा की जाती हे ।

मान्यता हे कि इस दिन जो भगवान् की पूजा करता हे उसे विशेष फल की प्राप्ति होती हे शास्त्रों के अनुसार इस दिन आंवले के पेड़ के नीचे पूजा का विधान हे जिससे मनोकामना पूर्ती में सफलता मिल सकती हे यह व्रत धार्मिक लोगों में बहुत पॉपुलर हे ।

आमलकी एकादशी से जुडी कहानी

भगवान् विष्णु की नाभिकमल से भगवान् ब्रह्म का निर्माण हुआ जिसके बाद ब्रह्मा ने अपने रचियता के बारे में जानने की बहुत कोशिश की लेकिन उन्हें अपने प्रश्नो के उत्तर नहीं मिल रहे थे जिसके लिए उन्होंने कठोर तप किया जिसके बाद भगवान् विष्णु ने प्रसन्न होकर दर्शन दिए जिसके बाद ब्रह्मा ने अपने प्रतीक्षा की घडी बीत जाने तप पूर्ण होकर दर्शन पाया तो प्रेम वश उनकी आँखों से आंसू टपक पड़े ।

यह आंसू जहां जहां भी गिरे वहाँ इस प्रभाव से आंवले का पेड़ पैदा हो गया इसी कारण भगवान् विष्णु को यह पेड़ प्रिय हे उन्होंने ब्रह्मा जी की भक्ति से प्रस्सन होकर कहा कि जो भी इस दिन मेरी पूजा करेगा उसके कष्ट नष्ट होंगे और और मनोकामना पूर्ती होगी ।

आमलकी एकादशी होली त्यौहार का शुभारम्भ

इस आमलकी एकादसी व्रत के बाद होली के त्यौहार की शुरुआत हो जाती हे
इसी तरह भगवान् की कहानियों में रमे हुए और तरह तरह के खेल भावना वाले मानवों के लिए अलग और भक्ति भावना वाले मानवों के लिए अलग प्रकार के नजरिये वाला लेकिन रश्म रिवाजों से सभी को एक सूत्र में पिरोने वाले इस त्यौहार की अपनी ही खूबी हे जो जीवन के रंगीन उत्साह का संचार करती हे ।

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और आपस में रंग लगाने से परस्पर खेलभावना का विकास होता हे जिससे आपसी तालमेल बढ़ता हे होली में तरह तरह के नृत्य और गीत संगीत का आयोजन होता हे मिठाइयां बांटी जाती हैं और अपने सगे सम्बन्धियों से रंग बिरंगी होली खेली जाती हे जिससे उत्साह पैदा होता हे यूं तो एकादशी व्रत का हिन्दू धर्म में विशेष महत्व हे लेकिन आमलकी एकादशी का कुछ ख़ास ही हे जो पारिवारिक सुख समृद्धि से जुड़ा हुआ हे जिसे करने वाले पर भगवान् नारायण और माँ लक्ष्मी की कृपा सदा बनी रहती हे ।

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